‘डिजिटल हब फॉर रेफरेंस एंड यूनिक वर्चुअल एड्रेस (DHRUVA)’ के लिए नीतिगत दस्तावेज जारी किया गया | Current Affairs | Vision IAS
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‘डिजिटल हब फॉर रेफरेंस एंड यूनिक वर्चुअल एड्रेस (DHRUVA)’ के लिए नीतिगत दस्तावेज जारी किया गया

Posted 31 May 2025

12 min read

डाक विभाग (DoP) ने DHRUVA का सम्पूर्ण फ्रेमवर्क बताने वाला एक व्यापक नीतिगत दस्तावेज जारी किया है। DHRUVA वास्तव में राष्ट्रीय स्तर की डिजिटल एड्रेस डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) है।

DHRUVA के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर

  • DHRUVA एक प्रकार का डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) है। इसे भारत के प्रत्येक परिवार को एक विशिष्ट डिजिटल एड्रेस प्रदान करने के लिए डाक विभाग द्वारा विकसित किया जा रहा है।
    • यह अधिक सुरक्षित डिजिटल कार्यप्रणाली सुनिश्चित करेगा, जिसमें यूजर्स जियो-कोडेड फ्रेमवर्क का उपयोग करते हुए एड्रेस की सटीक जानकारी साझा कर सकते हैं।
  • उद्देश्य: इस पहल का उद्देश्य एड्रेस की जानकारी के प्रबंधन को मूलभूत पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा देना है। इससे प्रभावी शासन, समावेशी तरीके से सेवा वितरण और यूजर्स को बेहतर सेवा अनुभव सुनिश्चित होगा। 
  • DHRUVA के दो प्रमुख लेयर्स हैं:
    • डिजिटल पोस्टल इंडेक्स नंबर (DIGIPIN): यह 10-अंकीय अल्फ़ा-न्यूमेरिक कोड है। यह कोड भारत की भौगोलिक सीमाओं में लगभग 4x4 मीटर के समान ग्रिड बनाकर भू-स्थान अवस्थिति (अक्षांश-देशांतर/ latitude-longitude) को दर्शाएगा।
      • DIGIPIN भू-स्थानिक (Geospatial) डेटा के आधार पर स्थानों की सटीक तरीके से पहचान करता है।
    • डिजिटल एड्रेस लेयर: यह यूजर्स-केंद्रित व सहमति-आधारित प्रणाली है। यह DIGIPIN पर आधारित है। यह प्रणाली यूजर्स को अपने DIGIPIN और पते का विवरण दर्शाने के लिए कस्टम लेबल बनाने की अनुमति देती है।
  • मुख्य विशेषताएं:
    • यह प्राइवेसी और सिक्योरिटी सुनिश्चित करेगा; 
    • यह पारस्परिक संचालन और खुलापन सुनिश्चित करेगा; 
    • इसमें मांग के अनुसार विस्तार करने की क्षमता है; 
    • यह पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगा; 
    • यह नवाचार को बढ़ावा देगा, आदि।

DHRUVA पहल के मुख्य लाभ 

नागरिकों के लिए लाभनिजी क्षेत्र के लिए लाभ गवर्नेंस के लिए लाभ
  • सरकारी योजनाओं, राशन वितरण और आपात सेवाओं के लिए लाभार्थी तक पहुंचने में मददगार। 
  • ई-कॉमर्स, डाक एवं कूरियर सेवाओं के सही व्यक्ति तक वितरण में सुधार करेगा।
  • लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी में सुधार करेगा।
  • बैंकों, NBFCs, टेलीकॉम और फिनटेक कंपनियों द्वारा एड्रेस वेरिफिकेशन को आसान बनाएगा।
  • सुदूर क्षेत्रों में व्यावसायिक सेवाएं सटीकता से पहुंचाना आसान हो जाएगा।
  • गवर्नेंस को वंचित क्षेत्रों तक पहुंचाया जा सकेगा।
  • कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। 
  • बेहतर योजना निर्माण एवं शहरों में सेवाओं के बेहतर प्रबंधन में मदद मिलेगी।

 

  • Tags :
  • डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर
  • DHRUVA
  • DIGIPIN
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