भगवान जगन्नाथ रथ-यात्रा
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी हैं।
भगवान जगन्नाथ रथ-यात्रा के बारे में
- यह एक हिंदू त्योहार है और इसका ओडिशा के पुरी शहर में प्रतिवर्ष आयोजन होता है।
- इसमें प्रतिवर्ष भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा की जगन्नाथ मंदिर से गुंडिचा मंदिर तक धार्मिक यात्रा निकाली जाती है।
- यह त्योहार आषाढ़ महीने (जून-जुलाई) के दूसरे दिन शुरू होता है।
- लगभग एक सप्ताह बाद, भगवान जगन्नाथ के रथ बाहुड़ा यात्रा के द्वारा मुख्य मंदिर में वापस लौट आते हैं।
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आदि कर्मयोगी
केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय ने 'आदि कर्मयोगी' कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
'आदि कर्मयोगी' कार्यक्रम के बारे में
- लक्ष्य: ऐसे प्रेरित अधिकारियों और चेंजमकेर्स का एक समूह तैयार करना, जो जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने के लिए समर्पित हों।
- उद्देश्य: राज्य, जिला और ब्लॉक स्तरों पर प्रशिक्षकों और मास्टर-ट्रेनर्स का एक बैच बनाकर लगभग 20 लाख फील्ड-स्तरीय हितधारकों की क्षमता का निर्माण करना।।
- यह कार्यक्रम फील्ड-स्तरीय अधिकारियों की सोच और प्रेरणा में मूलभूत परिवर्तन लाने का प्रयास करता है, जिसमें नागरिक-केंद्रित सोच और सेवाओं की प्रभावी डिलीवरी पर जोर दिया गया है।
- लक्ष्य: 1 लाख जनजातीय गांवों और बस्तियों तक पहुँचना।
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चालू खाता शेष (Current Account Balance)
भारत का ‘चालू खाता शेष’ वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) में 13.5 अरब डॉलर (GDP का 1.3%) के अधिशेष में रहा।
- इसके कारण भारत का वार्षिक चालू खाता घाटा (CAD) घटकर 23.3 अरब डॉलर (GDP का 0.6%) हो गया। यह घाटा वित्त वर्ष 2023-24 में 26 अरब डॉलर (GDP का 0.7%) का था।
- वार्षिक स्तर पर भारत में आमतौर पर व्यापार घाटा दर्ज किया जाता है।
चालू खाता शेष क्या है?
- यह किसी देश और शेष विश्व के बीच एक निश्चित अवधि में वस्तुओं, सेवाओं, आय और चालू खाता अंतरण (Current Transfers) के लेनदेन को मापता है।
- चालू खाता शेष किसी देश के भुगतान संतुलन (Balance of Payments - BoP) का एक प्रमुख घटक है।
- चालू खाते के प्रमुख घटक हैं; वस्तुएँ, सेवाएँ, आय और चालू खाता अंतर।
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वेरा सी. रुबिन वेधशाला (Vera C. Rubin Observatory)
वेरा सी. रुबिन वेधशाला ने ब्रह्मांड की अपनी पहली तस्वीरें जारी की हैं।
वेरा सी. रुबिन वेधशाला के बारे में
- यह वेधशाला चिली में स्थित है। यह लेगेसी सर्वे ऑफ स्पेस एंड टाइम (LSST) नामक परियोजना को संचालित करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
- LSST दक्षिणी गोलार्ध की मैपिंग करने वाली 10 वर्षीय परियोजना है।
- इस वेधशाला का नाम खगोलविद वेरा सी. रुबिन के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने डार्क मैटर के अस्तित्व का अग्रणी प्रमाण प्रदान किया था।
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- डार्क मैटर
- वेरा सी. रुबिन वेधशाला
- लेगेसी सर्वे ऑफ स्पेस एंड टाइम (LSST)
पर एंड पॉलीफ्लोरोअल्काइल पदार्थ (PFAS)
शोधकर्ताओं ने लगभग 20 प्रकार के ऐसे बैक्टीरिया खोजे हैं जो PFAS को अपघटित करने में सक्षम हैं।
PFAS के बारे में
- ये ऐसे रसायन हैं जिनमें कार्बन-फ्लोरीन (C-F) बॉन्ड बहुत मजबूत होता है और आसानी से नष्ट नहीं होता।
- ये रसायन ग्रीस, तेल, पानी और उच्च तापमान का सामना करने में सक्षम होते हैं।
- उपयोग: कुकवेयर, फूड पैकिंग, फूड प्रोसेसिंग उपकरण, कपड़े, पेंट्स, फोम्स, आदि में।
- प्रभाव: ये पर्यावरण में लंबे समय तक बने रहते हैं। इससे हवा, जल और मृदा प्रदूषित होती है तथा मनुष्यों तथा इंसान और जानवरों में बायोएक्यूम्युलेशन (जैव-संचयन) के माध्यम से जमा हो जाते हैं।
- बायोएक्यूम्युलेशन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विषाक्त पदार्थ खाद्य श्रृंखला में प्रवेश करते हैं और जीवों के शरीर में धीरे-धीरे जमा होते जाते हैं।
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- बैक्टीरिया
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IBAT एलायंस
IBAT एलायंस ने 2023 से 2024 तक जैव विविधता डेटा में अपना निवेश दोगुना कर दिया है। यह बढ़ा हुआ निवेश तीन प्रमुख वैश्विक जैव विविधता डेटासेट का समर्थन करेगा।
- संरक्षित क्षेत्रों का विश्व डेटाबेस,
- IUCN रेड लिस्ट,
- प्रमुख जैव विविधता क्षेत्रों का विश्विक डेटाबेस
IBAT एलायंस के बारे में
- मुख्यालय: यूनाइटेड किंगडम।
- स्थापना: 2008 में हुई।
- यह दुनिया के चार सबसे बड़े और सबसे प्रभावशाली संरक्षण संगठनों का एक गठबंधन है।
- ये चार संगठन है: बर्डलाइफ इंटरनेशनल; कंजर्वेशन इंटरनेशनल; प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ; संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम विश्व संरक्षण निगरानी केंद्र।
- मिशन: संगठनों को जैव विविधता से संबंधित जोखिमों पर कार्य करने में मदद करने के लिए डेटा, उपकरण और मार्गदर्शन प्रदान करना।
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- IBAT एलायंस
- IUCN रेड लिस्ट
SPREE योजना
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने अपनी 196वीं बैठक में नियोक्ताओं/ कर्मचारियों के पंजीकरण को बढ़ावा देने वाली योजना (SPREE) को फिर से शुरू करने की मंजूरी प्रदान की।
SPREE योजना के बारे में
- शुरुआती सफलता (2016 में शुरू हुई): इस योजना ने कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम के तहत 88,000 से अधिक नियोक्ताओं और 1.02 करोड़ कर्मचारियों के पंजीकरण में मदद की थी।
- नवीनीकृत SPREE (2025): नई योजना के तहत गैर-पंजीकृत नियोक्ताओं और छूटे हुए कर्मचारियों के लिए एक एकमुश्त नामांकन विंडो खोली जाएगी।
- यह योजना दण्डित करने के बजाय स्वैच्छिक अनुपालन पर केंद्रित है।
ESIC को बेहतर बनाने के अन्य निर्णय
- एमनेस्टी स्कीम 2025 (2025-2026) को मंजूरी: इसका उद्देश्य मुकदमेबाजी को कम करना और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देना है।
- संशोधित ESI आयुष नीति: इसके तहत ESIC अस्पतालों में योग चिकित्सक और पंचकर्म परिचारक की नियुक्ति को मंजूरी दी गई है।
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- SPREE योजना
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जेलीफिश
केरल के कोचीन बैकवाटर में जेलीफ़िश का सीजनल यानी मौसमी आक्रमण, पारिस्थितिकी तंत्र पर बढ़ते दबाव का संकेत है।
जेलीफिश के बारे में
- प्रकार: यह निडारियन समूह से संबंधित है। इसमें कोरल्स और एनीमोन्स भी शामिल हैं।
- पर्यावास: ये महासागरीय जीव है जो खुले महासागरों (उष्णकटिबंधीय से आर्कटिक तक) में पाए जाते हैं। इनकी तैरने की क्षमता कम होती है इसलिए ये जलधाराओं की मदद से तैरते हैं।
- विशेषताएं:
- शिकार पकड़ने और आत्मरक्षा के लिए इनकी त्वचा में डंक मारने वाली कोशिकाएं होती हैं।
- इनका शरीर लगभग 95% पानी से बना होता है, जिससे ये पानी में आसानी से छिप जाती हैं।
- ये कम ऑक्सीजन (हाइपोक्सिक) वाले वातावरण को भी सहन कर सकते हैं।
जेलीफिश ब्लूम्स क्या है?
- समुद्री या लवणीय जल के पारिस्थितिकी तंत्रों में जब जेलीफिश की आबादी में अचानक विस्फोटक वृद्धि होती है तो उसे जेलीफिश ब्लूम्स कहा जाता हैं।
- यह गर्म समुद्री सतह के तापमान, यूट्रोफिकेशन (जलाशयों में पोषक तत्वों की अत्यधिक वृद्धि), अत्यधिक मछली पकड़ने और प्रदूषण के कारण होता है।
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गोल्डीलॉक्स इकॉनमी
वित्त मंत्रालय के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था 'गोल्डीलॉक्स स्थिति' में है।
अर्थव्यवस्था की गोल्डीलॉक्स स्थिति क्या है?
- अवधारणा: यह अर्थव्यवस्था की एक ऐसी आदर्श स्थिति को दर्शाता है जहाँ न तो अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से बढ़ रही होती है और न ही बहुत धीमी हो रही होती है।
- इस स्थिति की प्रमुख विशेषताएं:
- अर्थव्यवस्था में बेरोजगारी दर बहुत कम होती है।
- सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगातार वृद्धि होती है और कंपनियां भी बेहतर आय अर्जित करती हैं।
- खुदरा मुद्रास्फीति और ब्याज दरें अपेक्षाकृत कम होती हैं।
- गोल्डीलॉक्स परिदृश्य निवेशकों के लिए अच्छा होता है क्योंकि कंपनियाँ अच्छा प्रदर्शन करती हैं और शेयर बाजार में तेजी आती है।
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- सकल घरेलू उत्पाद (GDP)