‘वॉश (WASH) प्रोग्रेस ट्रैकर 2025’ में वित्त-पोषण की कमी पर प्रकाश डाला गया | Current Affairs | Vision IAS
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WHO और UNICEF ने 100 से अधिक देशों के लिए एक अपडेटेड ट्रैकर जारी किया है।

यह आठ चरणों में जल, स्वच्छता और आरोग्यता (Water, Sanitation, and Hygiene: WASH) में सुधार की प्रगति को दर्शाता है।

  • यह ट्रैकर 2023 के संयुक्त राष्ट्र महासभा के उस संकल्प से जुड़ा है, जो स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में WASH, अपशिष्ट प्रबंधन और विद्युत की उपलब्धता पर केंद्रित है।
  • यह दर्शाता है कि केवल 17% देशों के पास इन सेवाओं में सुधार के लिए पर्याप्त फंड है।

WASH और उसके महत्त्व के बारे में

  • WASH जल, स्वच्छता और आरोग्यता के लिए एक सामूहिक शब्दावली है, जो निम्नलिखित से संबंधित है:
    • सुरक्षित पेयजल तक पहुंच;
    • बेहतर स्वच्छता सुविधाएं; तथा 
    • बुनियादी स्तर की आरोग्यता बनाए रखना। 
  • महत्त्व
    • सतत विकास लक्ष्य (SDGs), 2030: यह SDG-3 (बेहतर स्वास्थ्य व कल्याण) और SDG-6 (सभी के लिए जल एवं स्वच्छता के प्रबंधन को सुनिश्चित करना) से जुड़ा हुआ है।
      • WASH संक्रमणों को कम करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जैसे कि हैजा, अतिसार (Diarrhea), सेप्सिस, उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग आदि।
        • अतिसार 1–59 माह की आयु के बच्चों में मृत्यु का तीसरा प्रमुख कारण है। 
      • स्कूलों में शौचालयों की कमी के कारण बच्चे, विशेष रूप से लड़कियां, स्कूल छोड़ देती हैं।
    • मानवाधिकारों की रक्षा करता है: संयुक्त राष्ट्र ने साफ पानी और स्वच्छता को एक बुनियादी मानवाधिकार माना है।
  • भारत की स्थिति: प्रोग्रेस ट्रैकर भारत के स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में WASH मानकों, बुनियादी ढांचे में सुधार, राष्ट्रीय निगरानी में WASH संकेतकों आदि के लिए किए गए प्रयासों को मान्यता देता है।

WASH से संबंधित प्रमुख पहलें

राष्ट्रीय स्तर पर:

  • स्वच्छ भारत मिशन (SBM): खुले में शौच की प्रथा को समाप्त करने के लिए।
  •  जल जीवन मिशन (2019): हर ग्रामीण घर में नल के माध्यम से जल आपूर्ति सुनिश्चित करता है। वर्तमान में 80.15% घरों में नल से जल की सुविधा है।
  • नमामि गंगे: गंगा नदी की सफाई और संरक्षण पर केंद्रित कार्यक्रम है।

वैश्विक

  • जल एवं स्वास्थ्य पर प्रोटोकॉल: यह यूरोप में सतत जल प्रबंधन और जल-संबंधी बीमारियों की रोकथाम, नियंत्रण और कमी को जोड़ने वाला एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय कानूनी समझौता है।
    • इसे WHO/ यूरोप और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक आयोग द्वारा संयुक्त रूप से समर्थन प्राप्त है।
  • संयुक्त राष्ट्र का संकल्प (2010): सुरक्षित जल और स्वच्छता को मानवाधिकार के रूप में मान्यता दी गई है।
  • WHO WASH रणनीति (2018–25): बेहतर जल, स्वच्छता और आरोग्यता के माध्यम से स्वास्थ्य सुधार पर लक्षित। 
  • UNICEF WASH रणनीति (2016–30): SDG-6 (सभी के लिए स्वच्छ जल और स्वच्छता) का समर्थन करती है।
  • संयुक्त राष्ट्र स्वच्छता एवं आरोग्यता-रक्षा कोष (2020): स्वच्छता सुधार के लिए संक्रमण के अधिक मामले वाले देशों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
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