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रक्षा मंत्रालय ने 'टेक्नोलॉजी पर्सपेक्टिव कैपेबिलिटी रोडमैप (TPCR) 2025' का अनावरण किया | Current Affairs | Vision IAS
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रक्षा मंत्रालय ने 'टेक्नोलॉजी पर्सपेक्टिव कैपेबिलिटी रोडमैप (TPCR) 2025' का अनावरण किया

Posted 06 Sep 2025

1 min read

यह 15-वर्षीय योजना सशस्त्र बलों के दीर्घकालिक आधुनिकीकरण लक्ष्यों के बारे में जानकारी प्रदान करती है। इसका उद्देश्य उद्योग को प्रौद्योगिकी विकास हेतु दिशा देना और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।

  • TPCR, 2025 पिछले संस्करणों (2013 व 2018) पर आधारित है। यह स्वदेशीकरण पर विशेष बल देता है।

TPCR के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर

  • युद्ध पर तकनीकी प्रभाव: भविष्य के ऑपरेशंस को साइबर ऑपरेशन्स, सूचना प्रभुत्व, स्पेस वार और रोबोटिक्स, AI एवं IT में हुई प्रगति प्रभावित करेगी।
  • सार्वजनिक-निजी भागीदारी पर ध्यान: सार्वजनिक व निजी दोनों क्षेत्रकों के मध्य सेवाओं के स्वदेशीकरण और आधुनिकीकरण के लिए मजबूत सहयोग जरूरी है।
  • प्रमुख तकनीकी आवश्यकताएं:
    • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग और बिग डेटा: इनमें माइंस बिछाने के लिए AI-आधारित स्वायत्त मानवरहित जमीनी वाहन (UGVs), डीप फेक डिटेक्शन सॉफ्टवेयर आदि शामिल हैं।
    • मानवरहित और स्वायत्त प्रणाली: इसमें स्टील्थ क्षमता वाले मध्यम/ उच्च ऊंचाई वाले, लंबे समय तक उड़ान भरने में सक्षम और रिमोट से नियंत्रित विमान (MALE/ HALE RPAs), ड्रोन-आधारित माइन्स डिलीवरी सिस्टम आदि शामिल हैं।
    • साइबर और इलेक्ट्रॉनिक वार (EW): इसमें इंटीग्रेटेड EW सिस्टम, फ्यूचर रेडी कॉम्बैट व्हीकल (FRCV), इलेक्ट्रॉनिक डिनायल बबल आदि शामिल हैं।
    • परमाणु प्रतिरोधक उपाय: इसमें विकिरण का पता लगाने वाले उपकरण, डी-कंटैमिनेशन सिस्टम, आर्मर्ड एम्फीबियस डोजर आदि शामिल हैं।
    • नौसेना प्रणालियां: इसमें विमानवाहक पोत, अगली पीढ़ी के कॉर्वेट, परमाणु प्रणोदन प्रणालियां आदि शामिल हैं।

रक्षा क्षेत्रक के स्वदेशीकरण के लिए भारत की प्रमुख परियोजनाएं

  • मेक/ MAKE प्रोजेक्ट्स: इनका उद्देश्य निजी क्षेत्रक सहित भारतीय औद्योगिक इकोसिस्टम की अधिक भागीदारी को शामिल करके आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करना है।
    • इसमें मेक-I (सरकार द्वारा वित्त-पोषित)मेक-II (उद्योग द्वारा वित्त-पोषित) और मेक-III (स्वदेशी रूप से डिजाइन/ विकसित नहीं) उप-श्रेणियां शामिल हैं।
  • iDEX (रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार): इसे 2018 में स्टार्ट-अप्स, MSMEs, शिक्षा जगत और अनुसंधान एवं विकास (R&D) के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किया गया था।
  • सृजन पोर्टल (Srijan Portal): यह उच्च-मूल्य वाले कलपुर्जों के स्वदेशीकरण के लिए एक ऑनलाइन मंच है।
  • Tags :
  • Defence Indigenization
  • Defence Modernization
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