C2S-स्केल (Cell2Sentence-Scale 27B) नामक यह मॉडल गूगल डीपमाइंड और येल विश्वविद्यालय ने विकसित किया है। इसने कैंसर कोशिकाओं के व्यवहार पर एक नवीन वैज्ञानिक परिकल्पना प्रस्तुत की, जिसे बाद में जीवित कोशिकाओं में प्रयोगों के माध्यम से सत्यापित किया गया। यह डेटा-आधारित वैज्ञानिक खोज के माध्यम से कैंसर उपचार में एक बड़ी प्रगति मानी जा रही है।
- इस मॉडल को अलग-अलग कोशिकाओं की भाषा को समझने और जटिल जैविक अंतर्क्रिया की व्याख्या करने के लिए बनाया गया है।
- इसने सिल्मिटासर्टिब नामक एक दवा की पहचान की है, जो ट्यूमर के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाती है।
स्वास्थ्य देखभाल सेवा में AI (लार्ज लैंग्वेज मॉडल: LLM) की भूमिका
- कोशिकीय भाषा को समझना: C2S-स्केल जैसे AI मॉडल्स कोशिकाओं के संकेतों को डिकोड कर सकते हैं और जटिल जैविक डेटा को समझने योग्य जानकारी में बदल सकते हैं।
- वैज्ञानिक सहयोगी के रूप में AI: यह एक डिजिटल वैज्ञानिक के रूप में कार्य करता है, परीक्षण योग्य परिकल्पनाएं उत्पन्न करता है और उन्हें प्रायोगिक रूप से मान्य करता है।
- दवा खोज में तेजी: AI मॉडल्स हजारों दवा-कोशिका अंतर्क्रियाओं का अनुकरण कर सकते हैं और पारंपरिक तरीकों की तुलना में कहीं तेजी से नए लक्ष्य खोज सकते हैं।
- परिशुद्ध चिकित्सा: AI व्यक्तिगत आनुवंशिक और कोशिकीय जानकारी के आधार पर वैयक्तिकृत (personalized) उपचार विकसित करने में मदद करता है।
- रोगी से जुड़ाव और समर्थन: LLMs द्वारा संचालित चैटबॉट्स 24/7 स्वास्थ्य जानकारी प्रदान कर सकते हैं; रोगियों के सामान्य प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं; जीवनशैली, दवाओं या उपचार के बाद की देखभाल पर मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं आदि।