अधिवक्ता (Advocate)
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कॉरपोरेट संस्थाओं में नियुक्त इन-हाउस काउंसिल को भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) की धारा 132 के तहत क्लाइंट-अटॉर्नी विशेषाधिकार का लाभ नहीं मिलेगा।
- ऐसा इस कारण, क्योंकि वे अधिवक्ता अधिनियम, 1961 के तहत “अधिवक्ता” नहीं माने जाते।
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 132 कुछ अपवादों को छोड़कर एक अधिवक्ता और उसके मुवक्किल के बीच के संचार की रक्षा करती है।
अधिवक्ता के बारे में:
- अधिवक्ता अधिनियम, 1961 और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों के अंतर्गत जिन व्यक्तियों के नाम अधिवक्ताओं की सूची में दर्ज होते हैं, वे ही अधिवक्ता कहलाते हैं।
- उन्हें एल.एल.बी. की डिग्री प्राप्त करने के बाद बार-काउंसिल ऑफ इंडिया की परीक्षा पास करना आवश्यक है।
- अधिवक्ता अधिनियम की धारा 29 के अनुसार, भारत में वकालत करने के लिए केवल अधिवक्ताओं को ही मान्यता प्राप्त है।
- वकील (Lawyer):
- कोई भी व्यक्ति जिसने कानून की डिग्री पूरी कर ली है, उसे वकील कहा जा सकता है।
- वह कानूनी सलाहकार आदि हो सकता है।
- Tags :
- Advocates Act, 1961
- Advocates
राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील अधिकरण (NCLAT)
हाल ही में, राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील अधिकरण (NCLAT) ने कहा कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) को पेटेंट मामलों से संबंधित विवादों की जांच करने का अधिकार नहीं है।
- NCLAT ने निर्णय दिया कि पेटेंट अधिनियम, 1970 को प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 के ऊपर प्राथमिकता प्राप्त है।
- पेटेंट अधिनियम, 1970 आविष्कारकों को उनके नवाचारों पर अनन्य अधिकार प्रदान करता है, ताकि नवाचार को प्रोत्साहन मिल सके तथा साथ ही, जनता की नई तकनीकों तक पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील अधिकरण (NCLAT) के बारे में
- स्थापना: कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत।
- कार्य: राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (NCLT), दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (IBBI), तथा भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के आदेशों के खिलाफ दायर अपीलों की सुनवाई करना।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के बारे में
- स्थापना: प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 के तहत।
- उद्देश्य:
- भारत में प्रतिस्पर्धा-रोधी गतिविधियों को समाप्त करना,
- उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना, तथा
- भारतीय बाजारों में व्यापार की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना।
- Tags :
- NCLAT
- National Company Law Appellate Tribunal (NCLAT)
- Patent Act, 1970
मोनोक्लोनल एंटीबॉडी (mAbs)
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) निपाह वायरस रोग के खिलाफ मोनोक्लोनल एंटीबॉडी (mAbs) विकसित करने के लिए साझेदारों की तलाश कर रहा है।
- निपाह वायरस एक जूनोटिक रोगाणु है, जो चमगादड़ों या संक्रमित जानवरों से मनुष्यों में फैलता है। यह गंभीर श्वसन और तंत्रिका संबंधी बीमारियां पैदा करता है।
मोनोक्लोनल एंटीबॉडी (mAbs) के बारे में
- परिभाषा: मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्रयोगशाला में बनाए गए प्रोटीन होते हैं। ये विशेष एंटीजन से जुड़कर प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली की नकल करते हैं। इस प्रकार उस एंटीजन को निष्क्रिय कर देते हैं।
- उत्पत्ति: ये सिंगल पेरेंट बी-कोशिका (B-cell) से क्लोन की गई समान प्रतिरक्षा कोशिकाओं से प्राप्त होते हैं।
- कार्य: इनका इस्तेमाल विभिन्न बीमारियों, जैसे- कैंसर, ऑटोइम्यून रोग, और वायरल संक्रमणों के निदान, रोकथाम एवं इलाज में किया जाता है।
- Tags :
- Indian Council of Medical Research (ICMR)
- Monoclonal Antibodies (mAbs)
सिलिकॉन कार्बाइड
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने राज्य में भारत की पहली ‘एंड-टू-एंड सिलिकॉन कार्बाइड सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई’ की नींव रखी।
सिलिकॉन कार्बाइड (SiC) के बारे में
- यह सिलिकॉन एवं कार्बन परमाणुओं से बना कठोर और सहसंयोजक रूप से जुड़ा हुआ (covalently bonded) सिरेमिक पदार्थ है।
- मुख्य विशेषताएं:
- उच्च ऊष्मा चालकता (High Thermal Conductivity);
- बहुत कम ऊष्मीय प्रसार (Low Thermal Expansion);
- अत्यधिक कठोरता आदि।
- उपयोग:
- सेमीकंडक्टर उपकरणों के निर्माण में;
- अंतरिक्ष एवं एयरोस्पेस घटकों में; तथा
- अन्य उच्च तकनीकी औद्योगिक अनुप्रयोगों में।
- Tags :
- Silicon Carbide
कोल इंडिया लिमिटेड (CIL)
कोल इंडिया लिमिटेड ने अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर लिए हैं।
कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के बारे में
- मुख्यालय: कोलकाता।
- स्थापना: नवंबर 1975 में, कोयला खानों के राष्ट्रीयकरण के बाद एक होल्डिंग कंपनी के रूप में।
- यह केंद्रीय कोयला मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्रक का उपक्रम है। इसे ‘महारत्न’ का दर्जा प्राप्त है।
- कार्यबल: इस उपक्रम में 8 राज्यों में 2.20 लाख से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
- संचालन: 310 खानों (129 भूमिगत, 168 ओपनकास्ट और 13 मिश्रित) का प्रबंधन करता है।
- बाजार में भूमिका: भारत के कुल घरेलू कोयला उत्पादन के लगभग 80% की आपूर्ति करता है।
- Tags :
- Coal India Limited (CIL)
Articles Sources
ICC महिला क्रिकेट विश्व कप
एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर अपना पहला एकदिवसीय विश्व कप खिताब जीता।
ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के बारे में
- पहला संस्करण: 1973 में इंग्लैंड में आयोजित हुआ था, और विजेता भी इंग्लैंड रहा था था।
- 2025 का मेजबान देश: भारत (यह 13वां संस्करण था)।
- सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाला देश: ऑस्ट्रेलिया (7 बार)।
- भारत का तीसरा फाइनल: इससे पहले भारत 2005 और 2017 में भी फाइनल तक पहुंचा था।
- Tags :
- ICC Women’s Cricket World Cup