भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय चर्चा
भारत के विदेश मंत्री ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ व्यापक वार्ता की, जिसमें विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
सहयोग के प्रमुख क्षेत्र
- रक्षा एवं सुरक्षा: दोनों राष्ट्र रक्षा एवं सुरक्षा में अपने सहयोग को बढ़ाने पर सहमत हुए।
- अंतरिक्ष अन्वेषण और असैन्य-परमाणु सहयोग: अंतरिक्ष और असैन्य-परमाणु क्षेत्रों में सहयोग में वृद्धि।
- आतंकवाद विरोधी प्रयास: भारत ने सीमा पार आतंकवाद के विरुद्ध कड़े रुख तथा भारत के आत्मरक्षा के अधिकार के प्रति समर्थन के लिए फ्रांस को धन्यवाद दिया।
वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दे
- भारतीय उपमहाद्वीप और हिंद-प्रशांत: संवाद में इन क्षेत्रों में क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा पर चर्चा शामिल थी।
- यूक्रेन संघर्ष और मध्य-पूर्व: दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि मतभेदों को संघर्ष के बजाय कूटनीति के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए।
अतिरिक्त सहयोगी क्षेत्र
- प्रौद्योगिकी और नवाचार: नवाचार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और प्रौद्योगिकी क्षेत्रक में सहयोग पर चर्चा की गई।
- लोगों से लोगों के बीच संबंध: शिक्षा, अनुसंधान और व्यापार के माध्यम से संबंधों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
त्रिपक्षीय सहयोग
विदेश मंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया सहित साझेदारों के साथ चल रहे त्रिकोणीय विकास सहयोग पर प्रकाश डाला और इन तंत्रों के विस्तार पर बल दिया।