होर्मुज जलडमरूमध्य के बंद होने के प्रभाव
होर्मुज जलडमरूमध्य से होने वाले यातायात के संभावित अवरोध या व्यवधान के कारण वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर व्यापक प्रभाव पड़ सकते हैं। विशेष रूप से भारत की ऊर्जा सुरक्षा पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय प्रभाव
- होर्मुज जलडमरूमध्य फारस की खाड़ी को अरब सागर से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण शिपिंग मार्ग है।
- विश्व का लगभग 30% तेल और विश्व का एक-तिहाई LNG प्रतिदिन यहीं से होकर गुजरता है।
- जलडमरूमध्य के बंद होने से वैश्विक तेल आपूर्ति कम हो जाएगी और कीमतों में तेजी आएगी।
भारत की ऊर्जा सुरक्षा पर प्रभाव
- एक्सपर्ट्स ने इराक और सऊदी अरब से भारत के कच्चे तेल के आयात के लिए इस जलडमरूमध्य के महत्व पर जोर दिया है।
- व्यवधानों के कारण भारत के लिए लागत बढ़ सकती है, क्योंकि बीमा प्रीमियम अधिक हो सकता है तथा तेल शिपमेंट का मार्ग भी बदलना पड़ सकता है।
वैश्विक राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- ईरान द्वारा जलडमरूमध्य को बंद करने का संकेत, उसके परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हवाई हमलों के बाद उठाया गया एक रणनीतिक कदम है।
- इससे तेल की कीमतों में उछाल आ सकता है, जो संभवतः 80-100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय कूटनीतिक प्रयास
- अमेरिकी विदेश मंत्री ने चीन से आग्रह किया कि वह ईरान को जलडमरूमध्य बंद करने से रोके, क्योंकि चीन तेल परिवहन के लिए इस पर निर्भर है।
- जलडमरूमध्य को बंद करना एक बड़ी समस्या होगी, जिससे अमेरिका और अन्य देशों को प्रतिक्रिया करने पर मजबूर होना पड़ेगा।