भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग और अपाचे हेलीकॉप्टर
अमेरिका और भारत के बीच विचार-विमर्श के बाद अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी शीघ्र ही होने वाली है।
अपाचे हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी
- संयुक्त राज्य अमेरिका से तीन अपाचे एएच-64ई हमलावर हेलीकॉप्टरों का पहला बैच 15 जुलाई 2025 तक वितरित किया जाएगा।
- दूसरे जत्थे की डिलीवरी नवंबर 2025 के लिए निर्धारित है।
- यह डिलीवरी 2020 में हस्ताक्षरित $600 मिलियन के सौदे का हिस्सा है, जिसमें आपूर्ति श्रृंखला संबंधी समस्याओं के कारण देरी हो रही है, जो मूल रूप से मई-जून 2024 के लिए नियोजित थी।
रक्षा मंत्रियों की सहभागिता
- रक्षा मंत्री ने 1 जुलाई, 2025 को अमेरिकी रक्षा सचिव के साथ अपाचे हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी और अन्य रक्षा सहयोग पर चर्चा की।
- चर्चा में ऑपरेशन सिंदूर भी शामिल था, जिसमें अमेरिका ने भारत को सहायता प्रदान की थी।
- सीमा-पार आतंकी हमलों को पहले ही रोकने और उनका निवारण करने के भारत के अधिकार पर जोर दिया गया।
अतिरिक्त रक्षा सहयोग
- भारत तेजस लाइट कॉम्बैट-एमके1ए विमान के लिए अमेरिका-निर्मित जनरल इलेक्ट्रिक इंजन की प्रतीक्षा कर रहा है।
- भारत में जेट इंजन के लिए एक उत्पादन इकाई स्थापित करने की योजना पर काम चल रहा है, तथा अमेरिका समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करेगा।
सामरिक महत्व और भविष्य की रूपरेखा
- अपाचे हेलीकॉप्टर भारत की पश्चिमी सीमा सुरक्षा को मजबूत करेंगे और आर्मी एविएशन कॉर्प की क्षमताओं में वृद्धि करेंगे।
- अमेरिकी रक्षा विभाग भारत को दक्षिण एशिया में एक प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में महत्व देता है, जो रक्षा सहयोग में पर्याप्त प्रगति को उजागर करता है।
- दोनों राष्ट्रों ने अपनी आगामी बैठक में अगले दस-वर्षीय अमेरिका-भारत रक्षा ढांचे पर हस्ताक्षर करने पर सहमति व्यक्त की।