आईएनएस निस्तार का जलावतरण
भारतीय नौसेना ने विशाखापत्तनम स्थित नौसेना गोदी में आईएनएस निस्तार को नौसेना में शामिल कर लिया है। हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित, यह भारत का पहला स्वदेशी रूप से डिज़ाइन किया गया डाइविंग सपोर्ट पोत है और 2018 में ऑर्डर किए गए दो पोतों का एक हिस्सा है।
क्षमताएं और विशेषताएं
- सहायक अभियान: आईएनएस निस्तार को गहरे समुद्र में गोताखोरी और पनडुब्बी बचाव कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सामरिक समुद्री क्षमताओं को बढ़ाता है।
- स्वदेशी उत्पादन: पोत के 80% से अधिक घटक स्वदेशी रूप से उत्पादित किए गए हैं, जिसमें लगभग 120 एमएसएमई शामिल हैं, जो आत्मनिर्भर भारत पहल के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- उन्नत प्रणालियाँ: वायु और संतृप्ति डाइविंग प्रणालियों, दूर से संचालित वाहनों (आरओवी), साइड स्कैन सोनार, और एक गहरे जलमग्न बचाव वाहन (डीएसआरवी) से सुसज्जित।
- चिकित्सा सुविधाएं: इसमें एक ऑपरेशन थियेटर, गहन चिकित्सा इकाई और हाइपरबेरिक सुविधाओं वाला एक अस्पताल शामिल है।
सामरिक महत्व
- आईएनएस निस्तार समुद्री सुरक्षा प्रदाता के रूप में भारत की भूमिका को बढ़ाता है, क्योंकि यह डीएसआरवी क्षमताओं वाले कुछ देशों में से एक है।
- पूर्वी और पश्चिमी दोनों समुद्री तटों पर तीव्र तैनाती और उच्च तत्परता वाली पनडुब्बी बचाव कवरेज सुनिश्चित करता है।
- पनडुब्बी बचाव सहायता के लिए द्विपक्षीय समझौतों के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को सुगम बनाना।
वैश्विक प्रभाव
आईएनएस निस्तार भारत को वैश्विक समुद्री सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है, यह सॉफ्ट पावर को प्रदर्शित करता है तथा अंतर्राष्ट्रीय समुद्री आपात स्थितियों और मानवीय कार्यों में सहायता करने के लिए देश की क्षमताओं को सुदृढ़ करता है।