भारत और ऑस्ट्रेलिया ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी (CSP) की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर “स्थिर, सुरक्षित एवं समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझा विज़न” को दोहराया। यह विज़न दोनों देशों के आपसी सहयोग का मार्गदर्शन करता है।
- दोनों देशों ने ऑस्ट्रेलिया-भारत संयुक्त अनुसंधान परियोजना पर हस्ताक्षर का स्वागत किया। साथ ही, दोनों देशों ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ मिलकर कार्य करने पर सहमति जताई।
भारत-ऑस्ट्रेलिया ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी (CSP)’ के बारे में:
- वर्ष 2020 में, दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी’ से ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी (CSP)’ में अपग्रेड करने का निर्णय लिया था।

भारत की विदेश नीति के उद्देश्यों में भारत-ऑस्ट्रेलिया CSP कैसे सहायक है?
- स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने में: संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के साथ भारत और ऑस्ट्रेलिया क्वाड (QUAD) के सदस्य हैं। इस तरह दोनों देश समुद्री सुरक्षा एवं क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने में सहयोग कर सकते हैं।
- दोनों देश AUSINDEX और मालाबार जैसे सैन्य अभ्यासों में भागीदारी से आपसी तालमेल तथा नौ-सैनिक सहयोग को बढ़ा सकते हैं।
- रणनीतिक व आर्थिक साझेदारियों में विविधता लाना: आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (ECTA), आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन पहल (जापान के साथ) जैसी पहलों से दोनों देश व्यापार का विस्तार कर सकते हैं।
- बहुपक्षीय और क्षेत्रीय मंचों में सहभागिता: दोनों देश पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन जैसे मंचों पर सक्रिय रूप से सहयोग करते हैं।