भारत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इंटरपोल से 'सिल्वर नोटिस' जारी करवाया है। इंटरपोल ने वीज़ा धोखाधड़ी मामले में वांछित पूर्व फ्रांसीसी दूतावास अधिकारी शुभम शौकीन की वैश्विक परिसंपत्तियों का पता लगाने के लिए यह नोटिस जारी किया है।

इंटरपोल (INTERPOL) के बारे में
- उत्पत्ति: इसका गठन 1923 में वियना में द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय पुलिस कांग्रेस में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस आयोग (ICPC) के रूप में किया गया था। वर्ष 1956 में इसका नाम बदलकर अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन (इंटरपोल) कर दिया गया।
- सदस्य: भारत सहित कुल 196 देश इसके सदस्य हैं। उल्लेखनीय है कि भारत इसके संस्थापक सदस्यों में से एक है।
- मुख्यालय: इसका मुख्यालय फ्रांस के ल्योन में स्थित है।
- राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (NCB): इसे सदस्य देशों द्वारा इंटरपोल के साथ संपर्क बनाने के लिए पहुंच बिंदु (point of access) के रूप में स्थापित किया जाता है।
- भारत ने CBI को इंटरपोल का राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (NCB) घोषित किया है।
- CBI ने भारतपोल पोर्टल (Bharatpol portal) विकसित किया है। यह सभी भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इंटरपोल से रियल टाइम संपर्क की सुविधा प्रदान करता है।
- शासी निकाय: महासभा और कार्यकारी समिति।
- नोटिस: इंटरपोल के कलर कोडेड नोटिस, सदस्य देशों के लिए सहयोग या अलर्ट के लिए जारी किए गए अंतर्राष्ट्रीय अनुरोध होते हैं। ये सदस्य देशों की पुलिस को गंभीर अपराध से संबंधित जानकारी को साझा करने में मदद करते हैं।
- उदाहरण के लिए- रेड कॉर्नर नोटिस का अर्थ है भगोड़े को हिरासत में लेना; ब्लू नोटिस- अतिरिक्त जानकारी प्राप्त करना; ब्लैक नोटिस- अज्ञात शवों की पहचान और येलो नोटिस- गुमशुदा लोगों का पता लगाने के लिए।
- NCB के अनुरोध पर महासचिवालय नोटिस प्रकाशित करता है तथा उन्हें सभी सदस्य देशों को उपलब्ध कराया जाता है।