शोधकर्ताओं ने करीब 1 किलोमीटर की दूरी तक फ्री-स्पेस ऑप्टिकल लिंक के जरिए क्वांटम सिक्योर कम्युनिकेशन का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया।
- इससे पहले इसरो ने 2021 में 300 मीटर से अधिक दूरी तक पहला फ्री-स्पेस QKD का प्रदर्शन किया था।
प्रयोग के बारे में
- यह प्रयोग DRDO के ‘फ्री-स्पेस क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन (QKD) के लिए फोटॉनिक तकनीकों के डिजाइन और विकास’ प्रोजेक्ट का हिस्सा था।
- इस प्रयोग में क्वांटम बिट त्रुटि दर (QBER) 7% से भी कम रही।
- QBER यह दर्शाता है कि भेजी गई और प्राप्त जानकारी में कितना अंतर है यानी जानकारी को कोई तीसरा व्यक्ति गोपनीय रूप से तो प्राप्त नहीं कर रहा है।
- यह क्वांटम साइबर सुरक्षा, लंबी दूरी की QKD और भविष्य के क्वांटम इंटरनेट में रियल टाइम अनुप्रयोगों के लिए मार्ग प्रशस्त करता है।
क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन (QKD) क्या है?
- संचार प्रौद्योगिकी: यह एक क्वांटम संचार तकनीक है, जो क्वांटम मैकेनिक्स अर्थात् क्वांटम एंटेंगलमेंट और क्रिप्टोग्राफी पर आधारित है।
- क्वांटम मैकेनिक्स विज्ञान की एक नई शाखा है जो यह बताती है कि अत्यंत सूक्ष्म कण एक ही समय में कण और तरंग (एक हलचल या भिन्नता जो ऊर्जा स्थानांतरित करती है) दोनों जैसा व्यवहार करते हैं।
- भौतिक विज्ञानी इसे "वेव=पार्टिकल डुअलिटी यानी तरंग-कण द्वैत" कहते हैं।
- क्वांटम मैकेनिक्स विज्ञान की एक नई शाखा है जो यह बताती है कि अत्यंत सूक्ष्म कण एक ही समय में कण और तरंग (एक हलचल या भिन्नता जो ऊर्जा स्थानांतरित करती है) दोनों जैसा व्यवहार करते हैं।
- मुख्य सिद्धांत:
- क्वांटम एंटेंगलमेंट: इस प्रक्रिया में, कई क्वांटम कण एक-दूसरे से इस तरह जुड़े होते हैं कि एक कण की स्थिति तुरंत दूसरे कण की स्थिति को प्रभावित कर सकती है, चाहे वे कितनी भी दूरी पर हों।
- क्वांटम क्रिप्टोग्राफी: एक ऐसी एन्क्रिप्शन तकनीक है, जो डेटा को इतनी सुरक्षा देती है कि उसे कोई हैक नहीं कर सकता।
एंटेंगलमेंट-आधारित QKD के लाभ
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