अमेरिका ने गावी (Gavi) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर यह आरोप लगाया है कि वे टीकों की सुरक्षा पर उठने वाले वैध सवालों एवं असहमति को दबा रहे हैं।
- इससे पहले अमेरिका लंबे समय से गावी का सबसे बड़ा समर्थक था।
अमेरिका की वैश्विक गठबंधनों से स्वयं को अलग करने की बढ़ती प्रवृत्ति
- पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका ने कई प्रमुख वैश्विक संगठनों और संस्थानों से स्वयं को अलग कर लिया है। जैसे- संयुक्त राज्य अमेरिका WHO, पेरिस जलवायु समझौते, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद, संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) आदि से बाहर हो गया है।
- एक वैश्विक महाशक्ति होने के नाते, अमेरिका के ऐसे फैसलों का अंतर्राष्ट्रीय गवर्नेंस पर व्यापक प्रभाव पड़ता है।
अमेरिका द्वारा वैश्विक गठबंधनों से स्वयं को अलग करने की बढ़ती प्रवृत्ति के प्रभाव
- बहुपक्षवाद/ नियम-आधारित व्यवस्था का कमजोर होना: उदाहरण के लिए- अमेरिका के हटने के बाद इजरायल ने भी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से भागीदारी खत्म कर दी है।
- जलवायु परिवर्तन कार्यवाहियों पर प्रभाव: 2024 अब तक का सबसे गर्म वर्ष रहा है और संयुक्त राज्य अमेरिका चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जक है।
- स्वास्थ्य के लिए धन की कमी: अमेरिका के बाहर निकलने से संस्थानों में धन की कमी हो सकती है। उदाहरण के लिए- 2024 में अमेरिका ने WHO के कुल फंड का लगभग 15% वित्त-पोषित किया था।
- अन्य: अमेरिका के हटने से वैश्विक नेतृत्व में खालीपन पैदा होता है, जिसे चीन भर सकता है। इससे भारत की वैश्विक संगठनों में प्रभावशीलता कम हो सकती है।
गावी (Gavi) के बारे में (2000)
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