अमृत (AMRUT) मिशन की शुरुआत 25 जून, 2015 को हुई थी। यह जल पर केंद्रित भारत का पहला मिशन है।
- अमृत 2.0 को 1 अक्टूबर, 2021 को 5 वर्ष की अवधि (2021-22 से 2025-26 तक) के लिए शुरू किया गया था।
- यह मिशन देश के सभी शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) को कवर करता है।
अमृत (AMRUT) के बारे में

- नोडल मंत्रालय: केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय।
- प्रमुख उद्देश्य:
- प्रत्येक घर में नल से जल आपूर्ति कनेक्शन और सीवरेज निकास की सुविधाएं सुनिश्चित करना;
- शहरों में बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करना; जैसे कि पार्क;
- सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं को बढ़ावा देकर प्रदूषण को कम करना आदि।
- योजना का प्रकार: यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है। योजना के तहत केंद्र व राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच फंड आवंटन शहरी आबादी तथा नगरों की संख्या के आधार पर तय किया जाता है।
- कवरेज: इसमें शुरुआत में 500 चयनित शहरों और कस्बों को कवर किया गया था। वर्तमान में 485 शहर कवर किए गए हैं और इनमें पहले के 15 शहरों का विलय हो गया है।
- अमृत मिशन के तहत शुरू की गई अन्य प्रमुख पहलें:
- जल ही अमृत: इसका उद्देश्य जल का सुरक्षित रूप से शोधन करना और पुनः उपयोग को बढ़ावा देना है।
- अमृत मित्र: इसका उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की महिलाओं को अपने समुदाय में जल प्रबंधन से संबंधित कौशल प्रदान करना है।