वेनिला, बड़ी इलायची और धनिया के मानकों को अंतिम रूप देने के साथ, CCSCH ने 19 मसालों के मानकों को अंतिम रूप दे दिया है।
- CCSCH की स्थापना 2013 में भारत के अनुरोध पर की गई थी और यह कोडेक्स एलिमेंटेरियस आयोग (CAC) के अधीन कार्य करता है।
- भारत का स्पाइसेस बोर्ड (वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय), कोच्चि इसके सचिवालय के रूप में कार्य करता है।
कोडेक्स मानकों के बारे में
- इनके बारे में: ये खाद्य से जुड़े महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय प्रावधान (टेक्स्ट्स) हैं। इनमें अलग-अलग मानक, अभ्यास संहिताएं, स्वच्छता अभ्यास संहिताएं, दिशा-निर्देश और अन्य सिफारिशें शामिल हैं। इन्हें उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा और खाद्य व्यापार में निष्पक्ष व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए स्थापित किया गया है।
- CAC द्वारा अपनाए गए खाद्य मानकों और संबंधित टेक्स्ट्स के संग्रह को कोडेक्स एलिमेंटेरियस (CA) के रूप में जाना जाता है।
- कोडेक्स टेक्स्ट्स राष्ट्रीय खाद्य कानूनों पर बाध्यकारी नहीं हैं और अधिकांश मामलों में सदस्यों के बीच आम सहमति से अपनाए जाते हैं।
- हालांकि, विश्व व्यापार संगठन (WTO) का सैनिटरी और फाइटो सैनिटरी उपायों से संबंधित समझौता (SPS समझौता) कोडेक्स मानकों को खाद्य सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय बेंचमार्क के रूप में मान्यता देता है।
कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (CAC) (मुख्यालय- रोम) के बारे में
- उत्पत्ति: इसे 1963 में स्थापित किया गया था। यह एक अंतर्राष्ट्रीय खाद्य मानक निर्धारक निकाय है। इसकी स्थापना विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) ने संयुक्त रूप से की है।
- उद्देश्य: इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा करना और खाद्य पदार्थों के व्यापार में उचित व्यवहार सुनिश्चित करना है।
- सदस्य: भारत सहित इसके 189 सदस्य हैं। इनमें 188 देश और 1 संगठन अर्थात् यूरोपीय संघ शामिल हैं।
- आयोग की बैठक वर्ष में एक बार जिनेवा और रोम में बारी-बारी से होती है।
वेनिला के बारे में
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