स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती (1856 – 1926)
केंद्रीय गृह मंत्री ने स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती के बलिदान दिवस (पुण्यतिथि) पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती के बारे में

- जन्म: उनका जन्म पंजाब के जालंधर जिले के तलवां गाँव में हुआ था।
- परिचय: उन्हें महात्मा मुंशी राम विज के नाम से भी जाना जाता था। वे एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और आर्य समाज के संन्यासी थे।
प्रमुख योगदान
- शिक्षा: वर्ष 1902 में इन्होंने हरिद्वार के निकट कांगड़ी में एक गुरुकुल की स्थापना की थी। इसे अब गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है।
- समाज सुधार: इन्होंने 1920 के दशक में हिंदू सुधार आंदोलन, शुद्धि (पुनः धर्म परिवर्तन) आंदोलन आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- स्वतंत्रता संग्राम: इन्होंने ब्रिटिश विरोधी प्रदर्शनों, जैसे- रौलेट सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन आदि में सक्रिय रूप से भाग लिया था।
- 23 दिसंबर 1926 को दिल्ली में इनकी हत्या कर दी गई थी। इन्हें एक ऐसे 'कर्मयोगी' के रूप में स्मरण किया जाता है, जिन्होंने आध्यात्मिकता का राष्ट्रवाद के साथ समन्वय किया था।
- जीवन मूल्य: सामाजिक समानता, राष्ट्रवाद, शैक्षिक सुधार आदि।