CAG की लेखा-परीक्षा रिपोर्ट में 2015–22 की अवधि के दौरान PMKVY के प्रथम तीन चरणों के क्रियान्वयन का मूल्यांकन किया गया है। इस रिपोर्ट में योजना के संचालन और वित्तीय चुनौतियों से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को रेखांकित किया गया है।
CAG की लेखा-परीक्षा रिपोर्ट द्वारा रेखांकित प्रमुख कमियां
- कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के लिए आवश्यक कौशल में विसंगतियां: राष्ट्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता नीति (NPSDE) में चिह्नित कौशल आवश्यकताओं के अनुसार कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित नहीं किए जा रहे हैं।
- आवंटित धनराशि का पूरा उपयोग नहीं किया जा रहा है: मार्च 2024 तक योजना के राज्य घटकों के तहत जारी लगभग 20% धनराशि अप्रयुक्त रही।
- डेटा में शुचिता की कमी: स्किल इंडिया पोर्टल (SIP) में गंभीर खामियां पाई गईं। इस पोर्टल पर दर्ज लगभग 95% अभ्यर्थियों की जानकारी (ईमेल आईडी, बैंक खाता आदि) अमान्य या अनुपलब्ध थी।
- तकनीकी योग्यता से संबंधित खामियां: जिन कार्यों के लिए ‘तकनीकी शिक्षा पृष्ठभूमि’ आवश्यक पात्रता थी, उनमें सत्यापित 85.40% अभ्यर्थियों के पास केवल मूलभूत साक्षरता स्तर का ही ज्ञान पाया गया।
- फर्जी एजेंसियां: ऐसी एजेंसियों के माध्यम से कौशल प्रमाण पत्र दिए गए जो या तो अस्तित्व में नहीं थीं या प्रमाण पत्र देने के लिए पात्र नहीं थीं।
- अन्य कमियां:
- कम प्लेसमेंट दर: प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले केवल 41% अभ्यर्थियों को रोजगार मिला,
- डुप्लीकेट रिकॉर्ड: कई अभ्यर्थियों के एक ही बैंक खाते या समान फोटोग्राफ पाए गए,
- पात्रता मानदंडों का अनुपालन नहीं किया गया,
- केंद्र और राज्य सरकारों में समन्वय की कमी रही, आदि।
CAG की सिफारिशें
- बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए विभिन्न क्षेत्रकों और राज्यों में रोजगार हेतु पहचाने गए कौशल का प्रशिक्षण प्रदान करना चाहिए।
- परिकल्पित राष्ट्रीय कौशल विकास योजना (NSDP) की तैयारी में तेजी लाकर PMKVY की प्रक्रियाओं को मजबूत करना चाहिए।
- PMKVY 4.0 के अंतर्गत सूचना-प्रौद्योगिकी (IT) के द्वारा प्रशिक्षण की सख्त निगरानी की नीति का अनुपालन करना चाहिए। साथ ही, पोर्टल पर डेटा दीर्घकाल तक सुरक्षित रखना चाहिए।
- निगरानी तंत्र को मजबूत करना चाहिए और प्रशिक्षण की वैधता के सत्यापन के निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करना चाहिए।
- एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली (UDISE) के डेटा को PMKVY के साथ एकीकृत करने की प्रक्रिया में तेजी लानी चाहिए।
प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के बारे में
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