एसडीजी सूचकांक 2025 और भारत का प्रदर्शन
संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क द्वारा जारी 2025 सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) सूचकांक में 167 देशों में से भारत ने 99वें स्थान पर आकर एक उपलब्धि हासिल की है।
- स्कोर: भारत को 67 अंक मिले, जो 2024 में उसके 109वें स्थान से उल्लेखनीय सुधार है।
- पड़ोसी देशों की रैंकिंग:
- भूटान: 74वां (70.5)
- नेपाल: 85वां (68.6)
- बांग्लादेश: 114वां (63.9)
- पाकिस्तान: 140वां (57)
- मालदीव: 53वां
- श्रीलंका: 93वां
- वैश्विक संदर्भ: सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के मामले में वैश्विक स्थिरता के बीच भारत की प्रगति उल्लेखनीय है, जहां 2030 तक केवल 17% लक्ष्य ही प्राप्त किए जा सकने की आशा है।
वैश्विक हाइलाइट्स
- शीर्ष प्रदर्शनकर्ता: फिनलैंड, स्वीडन और डेनमार्क के नेतृत्व में यूरोपीय देश शीर्ष रैंकिंग प्राप्त करने में अग्रणी हैं।
- चुनौतियाँ: यहाँ तक कि शीर्ष देशों को भी जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- क्षेत्रीय प्रगति: पूर्व और दक्षिण एशिया ने 2015 के बाद से सबसे तेज़ प्रगति दिखाई है।
- बेहतर प्रदर्शन करने वाले राष्ट्र:
- नेपाल: +11.1
- कंबोडिया: +10
- फिलीपींस: +8.6
- बांग्लादेश: +8.3
- मंगोलिया: +7.7
चिंता बढ़ाने वाले क्षेत्र
- प्रतिगमन: मोटापे की दर, प्रेस स्वतंत्रता, टिकाऊ नाइट्रोजन प्रबंधन, जैव विविधता और भ्रष्टाचार की धारणाओं में महत्वपूर्ण गिरावट।
अंतर्राष्ट्रीय निहितार्थ
- बहुपक्षवाद के प्रति प्रतिबद्धता: बारबाडोस, जमैका, तथा त्रिनिडाड और टोबैगो को सर्वोच्च दर्जा दिया गया।
- जी-20 और ओईसीडी नेता: ब्राजील जी-20 में 25वें स्थान पर, चिली ओईसीडी में 7वें स्थान पर।
- संयुक्त राज्य अमेरिका: विरोधी नीतिगत स्थितियों के कारण अंतिम स्थान (193वां) पर।
वैश्विक वित्तीय सुधार का आह्वान
रिपोर्ट में विकास के लिए वित्तपोषण पर चौथे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (एफएफडी4) से वैश्विक वित्तीय ढांचे में सुधारों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया गया है, तथा अमीर समृद्ध उभरती अर्थव्यवस्थाओं को वित्तीय प्रवाह में असमानता पर जोर दिया गया है।