मतदाता पंजीकरण दिशा-निर्देश और मतदाता सूची संशोधन
1 जुलाई, 2025 को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने उन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं के पंजीकरण के महत्व पर बल दिया, जहां वे साधारण निवासी हैं, न कि जहां उनके पास संपत्ति है।
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR)
- बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण 25 जून को शुरू हुआ, जिसका उद्देश्य मतदाता पंजीकरण को अद्यतन करना तथा एक से अधिक मतदाता कार्डों की प्रथा को समाप्त करना है।
- इस कार्य में पंजीकृत मतदाताओं से गणना फार्म वितरित करना और एकत्र करना शामिल है, जो 30 सितंबर तक चलेगा।
- मुख्य चुनाव आयुक्त ने व्यक्तियों द्वारा एक से अधिक मतदाता पहचान-पत्र रखने के मुद्दे पर प्रकाश डाला, जिसे जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत अपराध माना जाता है।
उद्देश्य एवं चुनौतियाँ
- इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता अपने सामान्य निवास वाले निर्वाचन क्षेत्र में पंजीकृत हों।
- विपक्षी दलों को चिंता है कि यह वास्तविक मतदाताओं को मताधिकार से वंचित कर सकता है।
- संशोधन का उद्देश्य अन्य राज्यों में इस प्रक्रिया को विस्तारित करने से पहले इन अभिलेखों को सत्यापित और अद्यतन करना है।
- बांग्लादेश और म्यांमार जैसे देशों के अवैध विदेशी प्रवासियों से संबंधित मुद्दों के समाधान के प्रयासों के बीच यह पहल महत्वपूर्ण है।