प्रधानमंत्री की नामीबिया यात्रा का अवलोकन
भारतीय प्रधान मंत्री की नामीबिया की यात्रा भारत और नामीबिया के बीच एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक जुड़ाव का प्रतीक है, जिसमें सहयोग के कई क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
सहयोग के प्रमुख क्षेत्र
- रक्षा एवं समुद्री सुरक्षा: दोनों नेताओं ने रक्षा एवं समुद्री सुरक्षा में संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।
- डिजिटल प्रौद्योगिकी और UPI: डिजिटल प्रौद्योगिकी और एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया।
- कृषि, स्वास्थ्य और फार्मा: द्विपक्षीय उन्नति के लिए कृषि, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स में अवसरों पर चर्चा की गई।
- ऊर्जा एवं महत्वपूर्ण खनिज: चर्चा में ऊर्जा साझेदारी और महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों की खोज शामिल थी।
व्यापार और आर्थिक सहयोग
- द्विपक्षीय व्यापार वृद्धि: दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया तथा इसकी अप्रयुक्त क्षमता को स्वीकार किया।
- भारत-SACU PTA: उन्होंने दक्षिणी अफ्रीकी सीमा शुल्क संघ के साथ अधिमान्य व्यापार समझौते पर शीघ्र चर्चा का आह्वान किया।
- हीरा और यूरेनियम क्षेत्र: इस यात्रा का उद्देश्य हीरा व्यापार और यूरेनियम आपूर्ति में सहयोग को बढ़ावा देना है, जिसमें नामीबिया एक प्रमुख उत्पादक है।
यात्रा का महत्व
- ऐतिहासिक संदर्भ: यह यात्रा 27 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नामीबिया की पहली यात्रा है तथा नामीबिया के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित पहली राजकीय यात्रा है।
- सामरिक खनिज: नामीबिया के समुद्री हीरे के भंडार का अनुमानित आकार 80 मिलियन कैरेट से अधिक है तथा इसके यूरेनियम भंडार भारत के लिए महत्वपूर्ण रुचि के विषय हैं।