भारत-नामीबिया द्विपक्षीय संबंध
दोनों देशों के प्रधान मंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए चर्चा की, जिसमें मुख्य रूप से डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
प्रमुख समझौते और पहलें
- एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI): भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) और बैंक ऑफ नामीबिया के बीच प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग समझौते के बाद नामीबिया इस वर्ष के अंत में UPI शुरू करेगा।
- उद्यमिता विकास केंद्र: उद्यमिता और व्यावसायिक कौशल को बढ़ावा देने के लिए नामीबिया में इस केंद्र की स्थापना के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- स्वास्थ्य सेवा सहयोग: दोनों देशों ने स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में सहयोग करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- CDRI सदस्यता और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन: नामीबिया आपदा रोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI) में शामिल हो गया है, जिसका उद्देश्य जलवायु और आपदा जोखिमों के प्रति अवसंरचना की लचीलापन में सुधार करना है।
- वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन: नामीबिया अब भारत समर्थित इस पहल का हिस्सा है।
चर्चा के प्रमुख क्षेत्र
- डिजिटल प्रौद्योगिकी
- रक्षा और सुरक्षा
- कृषि
- स्वास्थ्य सेवा
- शिक्षा
- महत्वपूर्ण खनिज
- व्यापार, ऊर्जा और पेट्रोरसायन
सम्मान
भारत के प्रधानमंत्री को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस से भी सम्मानित किया गया, जो नामीबिया के संघर्ष, साहस और संस्कृति का प्रतीक है।