अमेरिका द्वारा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाना
अमेरिका ने 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में वर्गीकृत किया है।
घोषणा का महत्व
- अमेरिकी विदेश विभाग की कार्रवाई पहलगाम हमले की गंभीरता को स्वीकार करती है।
- TRF को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुखौटा और प्रतिनिधि माना जाता है, जिसके बारे में पाकिस्तान का दावा है कि वह निष्क्रिय हो चुका है।
- इस घोषणा का उद्देश्य प्रतिबंधों के लिए UNSC, 1267 समिति के तहत TRF को लेबल करने में भारत के प्रयासों में सहायता करना है।
संदर्भ और निहितार्थ
- अमेरिका ने 2001 से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों को अपनी FTO सूची में शामिल कर रखा है, फिर भी भारत में हमले जारी हैं।
- इससे पहले, पाकिस्तान सहित अन्य प्रभावों के कारण पहलगाम हमले की निंदा करने वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव से TRF को हटा दिया गया था।
अमेरिकी राजनयिक रुख
- पहलगाम हमले के बाद, अमेरिका ने ऑपरेशन सिंदूर पर भारत के बयान का विरोध किया और पाकिस्तान के समर्थन से संवाद के जरिए हुए युद्ध विराम का हवाला दिया।
- अमेरिका ने पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख की प्रशंसा करते हुए आतंकवाद के संबंध में पाकिस्तान पर उसके दबाव पर सवाल उठाए।
भारत-अमेरिका सहयोग
- भारत को आतंकवादी समूहों को पाकिस्तान द्वारा दिए जा रहे समर्थन पर अंकुश लगाने तथा हमले के पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए कूटनीतिक और कानूनी रणनीतियों को बढ़ाने की आवश्यकता है।