स्मार्ट सिटीज़ मिशन डेशबोर्ड के अनुसार, फरवरी 2025 तक शहरों ने 7,491 परियोजनाएं पूरी कर ली हैं तथा 567 परियोजनाएं अभी भी जारी हैं।
स्मार्ट सिटीज़ मिशन (2015) के बारे में
- उद्देश्य: 100 शहरों में बेहतर सेवाएं, मजबूत अवसंरचना और संधारणीय विकास सुनिश्चित करके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना।
- योजना का प्रकार: यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
- इसका कार्यान्वयन मुख्यतः दो तरीकों से किया जाता है:
- क्षेत्र-आधारित विकास (ABD) दृष्टिकोण: इसके तहत सभी 100 शहरों ने लक्षित हस्तक्षेप के लिए शहर में एक निर्धारित क्षेत्र का चयन किया है। इन ABD क्षेत्रों को शहर के अन्य भागों के लिए आदर्श मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- पैन-सिटी परियोजनाएं: इसमें प्रौद्योगिकी-संचालित समाधान शामिल हैं।
- अन्य प्रमुख पहलू:
- कार्यान्वयन के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल का गठन करना;
- परियोजनाओं के लिए वित्त-पोषण के अधिक-से-अधिक स्रोतों को बढ़ावा देना;
- प्रतिस्पर्धी संघवाद को बढ़ावा देना और
- नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना शामिल है।
स्मार्ट सिटीज़ मिशन की अन्य प्रमुख पहलें और उपलब्धियां
- एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (ICCCs): सभी 100 स्मार्ट शहरों में ICCCs काम कर रहे हैं, जो तथ्य और साक्ष्य आधारित निर्णय लेने के लिए डेटा का उपयोग करते हैं।
- लोगों की सुरक्षा हेतु उपाय: 100 स्मार्ट शहरों में 84,000 से अधिक CCTV कैमरे लगाए गए हैं, जो अपराध पर नजर रखने में मदद करते हैं।
- जल आपूर्ति: पर्यवेक्षी नियंत्रण और डाटा अधिग्रहण के माध्यम से 17,026 किलोमीटर से अधिक जल आपूर्ति प्रणाली की निगरानी की जा रही है। इससे नॉन-रेवेन्यू वाटर और जल की बर्बादी में कमी आ रही है।
- ठोस अपशिष्ट प्रबंधन: 60 से अधिक शहर प्रौद्योगिकी के उपयोग; अपशिष्ट संग्रह करने वाले वाहनों की GPS ट्रैकिंग और स्मार्ट मॉनिटरिंग; अपशिष्ट संग्रहण की दक्षता व दैनिक प्रबंधन के माध्यम से ठोस अपशिष्ट का बेहतर प्रबंधन कर रहे हैं।