ये प्रतिबंध विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने विदेश व्यापार (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1992 तथा विदेश व्यापार नीति, 2023 के तहत अधिसूचित किए हैं।
भारत द्वारा बांग्लादेश पर हाल ही में लगाए गए व्यापार प्रतिबंध
- रेडीमेड गारमेंट्स और जूट पर प्रतिबंध: भारत ने कुछ विशेष श्रेणी के रेडीमेड गारमेंट्स और जूट उत्पादों को लैंड पोर्ट से आने पर रोक लगा दी है। इन वस्तुओं को केवल महाराष्ट्र के न्हावा शेवा बंदरगाह से आयात करने की अनुमति है।
- भारत ने असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा के लैंड पोर्ट्स एवं भूमि सीमा शुल्क स्टेशनों के माध्यम से बांग्लादेश द्वारा फलों, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों आदि के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
- मार्च 2025 में, भारत ने 2020 के समझौते के तहत ट्रांसशिपमेंट सुविधा को रद्द कर दिया था। इस सुविधा के तहत बांग्लादेशी उत्पाद भारतीय भूमि सीमा शुल्क स्टेशनों (LCSs) के माध्यम से तीसरे देशों को निर्यात किए जा सकते थे।
भारत-बांग्लादेश संबंधों में मौजूद अन्य बाधाएं
- चीन का बढ़ता प्रभाव: चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश का गठजोड़, जिसकी पहली त्रिपक्षीय बैठक कुनमिंग में हुई थी।
- राजनीतिक अस्थिरता: 2024 में बांग्लादेश की प्रधान मंत्री के पद त्याग करने के बाद से वहां कोई निर्वाचित सरकार नहीं है।
- बढ़ती कट्टरपंथी सोच और अल्पसंख्यकों के साथ बुरा व्यवहार: इनसे बांग्लादेश एवं भारत दोनों की सुरक्षा प्रभावित हो सकती है।
- आंतरिक सुरक्षा समस्याएं: बांग्लादेश और म्यांमार से अवैध प्रवासन (जैसे रोहिंग्या), विशेष रूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र में, टकराव का कारण बन रहा है।
- नदी जल विवाद: जल के बंटवारे (जैसे – तीस्ता नदी) के लिए उचित व्यवस्था का अभाव है।