सेना द्वारा स्वदेशी VTOL ड्रोन का परीक्षण
सेना ने स्वदेशी वर्टिकल टेक-ऑफ एंड लैंडिंग (VTOL) ड्रोन का सफल परीक्षण किया है। इसे दुश्मन की तोपखाना स्थितियों को बेअसर करने के लिए सीमा पार हमले हेतु डिजाइन किया गया है।
ट्रायल से संबंधित तथ्य और क्षमताएं
- ये परीक्षण पोखरण फायरिंग रेंज में आयोजित किये गये।
- ड्रोन ने 50 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को मार गिराने की क्षमता का प्रदर्शन किया।
- यह एंटी-पर्सनल भूमिका के लिए उपयुक्त सटीक निर्देशित वारहेड्स से सुसज्जित है।
- यह लाइव वीडियो प्रसारित कर सकता है और स्वचालित मोड में प्रक्षेपण स्थिति पर वापस आ सकता है।
- सेना का लक्ष्य इन ड्रोनों को बड़ी संख्या में हासिल करना है, ताकि दुश्मन के इलाके में स्थित तोपों जैसे दुश्मन के ठिकानों को निशाना बनाया जा सके।
स्वदेशी निर्माताओं द्वारा प्रदर्शन
- स्वदेशी ड्रोन निर्माताओं को अपनी प्रणालियों का प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
- सोलर एयरोस्पेस एंड डिफेंस लिमिटेड (SDAL) ने अपने UAV, रुद्रस्त्र का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
- रुद्रास्त्र की कुल मारक क्षमता 170 किलोमीटर है, जिसमें लक्ष्य क्षेत्र पर चक्कर लगाना भी शामिल है तथा इसकी क्षमता लगभग 1.5 घंटे की है।
- यह ड्रोन उच्च ऊंचाई से हवाई बम गिराता है, जो एक विस्तृत दायरे में स्थित लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम है।
स्वदेशी समाधानों पर रणनीतिक ध्यान
- सशस्त्र बल युद्धक्षेत्र की उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए स्वदेशी समाधानों पर जोर दे रहे हैं।
- मानवरहित प्रणालियाँ, विशेषकर ड्रोन दुश्मन के इलाके में 50-100 किलोमीटर अंदर तक हमला करने की क्षमता रखते हैं। ये प्रणालियाँ फोकस में हैं।
- मिशन की आवश्यकताओं में आतंकवादी बुनियादी ढांचे और दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करना शामिल है, जो घुसपैठ के प्रयासों को सुविधाजनक बनाते हैं।