बिहार की दो आर्द्रभूमियों को नए रामसर स्थल के रूप में मान्यता मिली | Current Affairs | Vision IAS
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बिहार की दो आर्द्रभूमियों को नए रामसर स्थल के रूप में मान्यता मिली

Posted 29 Sep 2025

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बिहार का गोकुल जलाशय और उदयपुर झील अब रामसर स्थल हैं, जिससे भारत की आर्द्रभूमि की संख्या बढ़कर 93 हो गई है, जो 1,360,719 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हुई है, तथा महत्वपूर्ण प्रवास आवास और संरक्षण क्षेत्र के रूप में कार्य कर रही है।

बिहार में गोकुल जलाशय और उदयपुर झील को नए रामसर स्थलों के रूप में नामित किया गया है।

  • इन दोनों को मान्यता मिलने के बाद, अब भारत में कुल 93 रामसर स्थल हो गए हैं। ये कुल 13,60,719 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले हुए हैं।
  • बिहार में पहले से ही तीन रामसर स्थल हैं– बेगूसराय की काबर झील (काबर ताल) तथा जमुई जिले के नागी एवं नकटी पक्षी अभयारण्य।

नई आर्द्रभूमियों के बारे में

  • दोनों आर्द्रभूमियां गोखुर (oxbow) झीलें हैं।
    • गोखुर झील अर्धचंद्राकार झील होती है, जो किसी घुमावदार नदी के किनारे निर्मित होती है।
  • गोकुल जलाशय, बक्सर जिले में गंगा नदी के दक्षिणी किनारे पर अवस्थित है।
  • पश्चिम चंपारण जिले में अवस्थित उदयपुर झील उदयपुर वन्यजीव अभयारण्य से घिरी हुई है।
    • यह कई प्रवासी पक्षियों खासकर पोचार्ड (अयथ्या फेरिना) जैसे पक्षियों के लिए, एक महत्वपूर्ण शीतकालीन विश्राम स्थल है।

रामसर कन्वेंशन के बारे में 

  • रामसर कन्वेंशन को 1971 में अपनाया गया था। 
  • यह यूनेस्को के तहत एक अंतर-सरकारी संधि है। 
  • उद्देश्य: यह संधि आर्द्रभूमियों और उनके संसाधनों के संरक्षण एवं उनके बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग के लिए फ्रेमवर्क प्रदान करती है। 
  • मानदंड: रामसर स्थल घोषित होने के लिए एक आर्द्रभूमि को 9 मानदंडों में से कम-से-कम 1 को पूरा करना होता है। 
    • जैसे कि नियमित रूप से 20,000 या अधिक जल पक्षियों को आश्रय प्रदान करना या जैविक विविधता का संरक्षण करना आदि।
  • भारत ने 1982 में इस कन्वेंशन की अभिपुष्टि की थी।
  • Tags :
  • Ramsar Sites
  • Gokul Reservoir
  • Udaipur Lake
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