यूरोपीय संघ में भारतीय मत्स्य निर्यात का विस्तार
यूरोपीय संघ (EU) ने यूरोपीय संघ के देशों को निर्यात के लिए 102 नई भारतीय मत्स्य पालन इकाइयों को मंज़ूरी दे दी है। यह घटनाक्रम अमेरिका को भारतीय समुद्री खाद्य निर्यात पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद एक रणनीतिक कदम के अनुरूप है।
मुख्य अंश
- बाजार तक पहुंच का विस्तार:
- यूरोपीय संघ की नई सूची भारत की खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता आश्वासन प्रणालियों में बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।
- ये इकाइयों मुख्य रूप से एक्वाकल्चर श्रिंप्स और सेफेलोपोड्स पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जिनमें स्क्विड, कटलफिश और ऑक्टोपस शामिल हैं।
- भारतीय समुद्री खाद्य उद्योग पर प्रभाव:
- इन इकाइयों के शामिल होने से उच्च गुणवत्ता वाले समुद्री खाद्य के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ने की उम्मीद है।
- यूरोपीय संघ को निर्यात में 20% की वृद्धि होने का अनुमान है।
- वित्त वर्ष 2024 में भारत ने यूरोपीय संघ को 1.1 बिलियन डॉलर मूल्य का समुद्री भोजन निर्यात किया।
- भारत-यूरोपीय संघ व्यापार संबंध:
- यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए बातचीत चल रही है, जिसका नेतृत्व यूरोपीय व्यापार आयुक्त मारोस सेफकोविक और कृषि आयुक्त क्रिस्टोफ हेन्सन कर रहे हैं।
- यूरोपीय संघ भारत के महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों में से एक है, जो 2023 में 124 बिलियन यूरो मूल्य के वस्तुओं के व्यापार के लिए जिम्मेदार है, जो भारत के कुल व्यापार का 12.2% है।
- भारत ने 2023 में यूरोपीय संघ के कुल वस्तु व्यापार में 2.2% का योगदान दिया।