आंध्र प्रदेश के स्कूलों में व्यक्तिगत अनुकूली शिक्षा (PAL)
नोबेल पुरस्कार विजेता और अर्थशास्त्री माइकल क्रेमर ने नीति निर्माताओं को आंध्र प्रदेश से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर स्कूलों में व्यक्तिगत अनुकूली शिक्षा (पीएएल) के उपयोग पर विचार करने की सिफारिश की है, जिसमें बेहतर शिक्षण परिणाम दिखाए गए हैं।
अध्ययन के प्रमुख निष्कर्ष
- आंध्र प्रदेश के 1,224 सरकारी स्कूलों में कार्यान्वित PAL के परिणामस्वरूप विद्यार्थियों की सीखने की दर दोगुनी हो गई।
- सबसे महत्वपूर्ण सुधार उन छात्रों में देखा गया जो शुरू में अपनी कक्षा में सबसे निचले स्थान पर थे।
PAL सॉफ्टवेयर की कार्यक्षमता
- यह सॉफ्टवेयर शिक्षण सामग्री और मूल्यांकन को विद्यार्थी के वर्तमान शिक्षण स्तर के अनुरूप ढालता है।
- यह विद्यार्थियों को उनकी सीखने की यात्रा में उनकी स्थिति के अनुसार उनकी आयु के अनुरूप सीखने के स्तर तक पहुंचने में सहायता करता है।
कार्यान्वयन अंतर्दृष्टि
- क्रेमर ने PAL की सफलता में शिक्षक की भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
- यदि विद्यार्थी ध्यान नहीं दे रहे हों तो शिक्षकों को सचेत करने के लिए वास्तविक समय में संलग्नता जांच प्रणाली विकसित की जा सकती है।
- छोटे स्कूलों में उपकरणों तक बेहतर पहुंच देखी गई, तथा सॉफ्टवेयर के अधिक उपयोग से बेहतर शिक्षण सुनिश्चित हुआ।
नीति निर्माताओं के लिए विचार
- बजट की उपलब्धता के आधार पर अतिरिक्त हार्डवेयर से शिक्षण में वृद्धि हो सकती है।
- भारत में तीन अलग-अलग मूल्यांकनों से सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं, जो PAL पर गंभीरता से विचार करने का संकेत देते हैं।
- नीति निर्माताओं को समस्याओं की पहचान करने और उनका समाधान करने के लिए सॉफ्टवेयर उपयोग की निगरानी और मापन करना चाहिए।
व्यापक निहितार्थ
- यह कार्यक्रम कक्षा 6 से 9 तक के विद्यार्थियों के लिए लक्षित था, लेकिन इसे छोटी कक्षाओं में भी लागू करने की संभावना है।
- जबकि आंध्र प्रदेश में निचले स्तर पर प्रदर्शन करने वाले राज्यों को भारी लाभ हुआ, वहीं राजस्थान में हुए एक अध्ययन से पता चला कि लाभ समान रूप से वितरित हुआ।
कुल मिलाकर, आंध्र प्रदेश के स्कूलों में PAL मॉडल व्यक्तिगत शिक्षा की एक आशाजनक पद्धति प्रस्तुत करता है, जिसे छात्रों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है, तथा इससे सीखने के परिणामों में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिलता है।