RBI का ‘AI के जिम्मेदार और नैतिक सक्षमता के लिए ढांचा’ (FREE-AI)
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वित्तीय क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के ज़िम्मेदाराना इस्तेमाल के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। यह ढाँचा सात मार्गदर्शक सिद्धांतों पर आधारित है और छह प्रमुख क्षेत्रों में कई सिफारिशों द्वारा समर्थित है।
सिद्धांतों की मार्गदर्शक
- विश्वास
- पहले लोग
- नवाचार
- फेयरनेस
- जवाबदेही
- व्याख्यात्मकता
- लचीलापन
कार्यान्वयन योग्य सिफारिशें
- अवसंरचना: विशेष रूप से छोटे वित्तीय संस्थानों के लिए प्रवेश बाधाओं को कम करने के लिए साझा AI संसाधनों का प्रस्ताव।
- नीति और शासन: डेटा प्रबंधन, पूर्वाग्रह का पता लगाने और खुले मानकों के लिए शासन ढांचे को प्रोत्साहित करता है।
- क्षमता निर्माण: कौशल विकास और संसाधन आवंटन पर जोर दिया जाता है।
- संरक्षण और आश्वासन: डेटा सुरक्षा और नैतिक सुरक्षा उपायों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
वैश्विक संदर्भ और मिसालें
- सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण के "FEAT" सिद्धांतों और वेरिटास टूलकिट का संदर्भ।
- 'AI परीक्षण' और शासन के लिए हांगकांग और यूके द्वारा की गई पहलों का उल्लेख।
स्वदेशी AI मॉडल पर ध्यान केंद्रित करना
- भारत की विविध जनसांख्यिकी को ध्यान में रखते हुए, पश्चिमी डेटा सेट पर निर्भरता से बचते हुए, AI मॉडल विकसित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
चुनौतियाँ और अवसर
- यदि AI का संचालन ठीक से नहीं किया गया, तो संभावित जोखिमों में सामाजिक पूर्वाग्रहों को मजबूत करना और विश्वास को खत्म करना शामिल है।
- इन दिशा-निर्देशों का सफल क्रियान्वयन भारत की आधार और UPI जैसी डिजिटल अवसंरचना उपलब्धियों के समान वैश्विक मानक स्थापित कर सकता है।