फर्जी समन से निपटने के लिए प्रवर्तन निदेशालय का नया तंत्र
प्रवर्तन निदेशालय ने फर्जी एजेंसी समन के मुद्दे से निपटने के लिए एक नई प्रणाली शुरू की है, जो व्यक्तियों द्वारा जबरन वसूली के इरादे से भेजे जाते हैं।
नए तंत्र की मुख्य विशेषताएं
- सम्मन में अब प्रामाणिकता सत्यापन के लिए एक क्यूआर कोड और एक विशिष्ट पासकोड शामिल होगा।
- यह प्रणाली व्यक्तियों को प्राप्त सम्मन की वैधता सत्यापित करने में सक्षम बनाती है।
ED अधिकारियों को निर्देश
- अधिकारियों को असाधारण मामलों को छोड़कर, इस नई प्रणाली के माध्यम से ही सम्मन तैयार करना और जारी करना होगा।
- प्रत्येक सिस्टम-जनरेटेड समन पर जारीकर्ता अधिकारी द्वारा हस्ताक्षर और मुहर लगाई जाएगी।
- सम्मन में पत्राचार के लिए अधिकारी का ई-मेल आईडी और फोन नंबर भी शामिल होगा।
सत्यापन प्रक्रिया
- प्राप्तकर्ता प्रामाणिकता को इस प्रकार सत्यापित कर सकते हैं:
- क्यूआर कोड स्कैन करना.
- सत्यापन के लिए सम्मन विवरण दर्ज करना।
- सार्वजनिक अवकाश, शनिवार और रविवार को छोड़कर, जारी करने की तिथि के 24 घंटे बाद सत्यापन संभव है।
संदर्भ और तर्क
ED धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत समन जारी करता है। इस व्यवस्था की शुरुआत उन कई मामलों को देखते हुए की गई है जहाँ ठगों द्वारा असली समन की नकल करके फर्जी समन भेजे गए थे।