भारत का पहला निजी क्षेत्र का रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार
मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड को कर्नाटक के पादुर में भारत के पहले निजी क्षेत्र के रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व (SPR) के निर्माण और संचालन का अधिदेश दिया गया है।
मुख्य विशेषताएं और वित्तीय प्रावधान
- इसमें पांच वर्षों में 2.5 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) SPR का निर्माण शामिल है, जिसमें 60 वर्षों के लिए परिचालन अधिकार शामिल हैं।
- इस परियोजना का मूल्य 5,700 करोड़ रुपये है।
सामरिक महत्व
- यह भंडार भारत के वर्तमान 5.33-MMT रणनीतिक भंडार को बढ़ाएगा, जो केवल 8-9 दिनों की कच्चे तेल की मांग को पूरा कर सकता है।
- भारत में मौजूदा SPR का प्रबंधन भारतीय सामरिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (ISPRL) द्वारा किया जाता है और ये विशाखापत्तनम, मंगलुरु और पादुर में स्थित हैं।
बोली और वित्तपोषण संबंधी विवरण
- बोली का आयोजन ISPRL द्वारा किया गया था, जिसमें बोलीदाताओं द्वारा अनुरोध किए गए व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण (VGF) पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ
- भारत की मौजूदा SPR क्षमता 39 मिलियन बैरल है, जो अमेरिका (727 मिलियन बैरल) और चीन (1,200 मिलियन बैरल से अधिक) की तुलना में काफी कम है।
निजी क्षेत्र की भागीदारी
- भारत के SPRs में निजी भागीदारी का प्रस्ताव एक दशक पहले रखा गया था।
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2018 में पादुर और चंडीखोल में सार्वजनिक-निजी भागीदारी परियोजनाओं को मंजूरी दी थी।