वित्तीय क्षेत्र में AI पर आरबीआई की रिपोर्ट
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वित्तीय क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के एकीकरण पर केंद्रित एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट का उद्देश्य विनियमित संस्थाओं का मार्गदर्शन करना और AI-संचालित नवाचारों को बढ़ावा देना है। विशेष रूप से वंचित आबादी के बीच वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना इसका मुख्य उद्देश्य है।
प्रमुख सिफारिशें
- विनियमित संस्थाओं को बोर्ड द्वारा अनुमोदित AI नीति विकसित करनी चाहिए।
- नियामकों को सलाह दी जाती है कि वे AI नवाचारों का समर्थन करें जो वित्तीय समावेशन को सुविधाजनक बनाते हैं।
AI के जिम्मेदार और नैतिक सक्षमता के लिए ढांचा (फ्री-AI)
दिसंबर 2024 के अपने मौद्रिक नीति वक्तव्य में, RBI ने फ्री-AI ढांचे को विकसित करने के लिए एक समिति के गठन की घोषणा की।
- समिति ने AI को अपनाने के लिए सात आधारभूत सिद्धांत प्रस्तुत किए हैं, जिन्हें सूत्र के रूप में जाना जाता है।
- छह रणनीतिक स्तंभों पर कुल 26 कार्यान्वयन योग्य सिफारिशें की गई हैं।
- इसका उद्देश्य वित्तीय इकोसिस्टम में नवाचार को जोखिम न्यूनीकरण के साथ संरेखित करना है।
AI अपनाने के सात सूत्र
- विश्वास वह आधार है, जो AI के उपयोगों में विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है।
- लोग पहले; मानव-केंद्रित डिजाइन को प्राथमिकता।
- संयम के स्थान पर नवाचार रचनात्मक विकास को प्रोत्साहित करता है।
- निष्पक्षता और समानता; न्याय और निष्पक्षता को बढ़ावा देना।
- जवाबदेही के लिए जिम्मेदार AI उपयोग की आवश्यकता है।
- डिजाइन द्वारा समझने योग्य; पारदर्शिता और स्पष्टता सुनिश्चित करता है।
- सुरक्षा, लचीलापन और स्थिरता; दीर्घकालिक प्रभावशीलता और मजबूती पर ध्यान केंद्रित करना।
समिति और सिफारिशें
- विनियमित संस्थाओं और व्यापक फिनटेक इकोसिस्टम के लिए एक समेकित AI मार्गदर्शन दस्तावेज जारी करने के लिए RBI को सिफारिश।
- निरंतर सलाहकारी भूमिकाओं के लिए RBI के अंतर्गत एक स्थायी, बहु-हितधारक AI स्थायी समिति का सुझाव।
- उत्पाद अनुमोदन प्रक्रियाओं, उपभोक्ता संरक्षण ढांचे और लेखा परीक्षा तंत्र को बढ़ाने के लिए AI-विशिष्ट विचारों को शामिल करने का प्रस्ताव।