डेटा नेशन: 50 अरब डॉलर के प्रवाह पर 2032 तक 9 गीगावाट क्षमता की उम्मीद | Current Affairs | Vision IAS

Daily News Summary

Get concise and efficient summaries of key articles from prominent newspapers. Our daily news digest ensures quick reading and easy understanding, helping you stay informed about important events and developments without spending hours going through full articles. Perfect for focused and timely updates.

News Summary

Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat

डेटा नेशन: 50 अरब डॉलर के प्रवाह पर 2032 तक 9 गीगावाट क्षमता की उम्मीद

1 min read

भारत के डेटा सेंटर उद्योग में निवेश

वैश्विक हाइपरस्केलर्स और भारतीय समूह अगले पांच से सात वर्षों में भारत के डेटा सेंटर उद्योग में 50 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश करने का अनुमान लगा रहे हैं, जिससे कुल क्षमता 1 गीगावाट से बढ़कर लगभग 9 गीगावाट हो जाएगी।

निवेश अनुमान और क्षमता वृद्धि

  • रियल एस्टेट फर्म JLL को सात वर्षों में 35-50 बिलियन डॉलर के निवेश की उम्मीद है, जिससे क्षमता में नौ गुना वृद्धि होगी।
  • जेफरीज का अनुमान है कि 2030 तक डेटा सेंटर की क्षमता 8 गीगावाट हो जाएगी, जो डेटा ट्रैफिक, स्थानीयकरण और AI द्वारा संचालित होगी, जिसके लिए 30 बिलियन डॉलर के पूंजीगत व्यय की आवश्यकता होगी।
  • इस वृद्धि से इसी अवधि में पट्टा राजस्व में 8 बिलियन डॉलर की वृद्धि हो सकती है।

प्रमुख निवेश और परियोजनाएँ

  • गूगल ने विजाग AI हब के लिए 15 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की, जो भारत में सबसे बड़े FDI में से एक है।
  • अमेज़न वेब सर्विसेज ने अपने मुंबई क्लाउड क्षेत्र में 8.3 बिलियन डॉलर के निवेश की योजना बनाई है, जिससे सकल घरेलू उत्पाद में संभावित रूप से 15.3 बिलियन डॉलर का योगदान होगा और प्रतिवर्ष 81,300 नौकरियां पैदा होंगी।
  • मेटा का लक्ष्य महत्वपूर्ण डेटा स्थानीयकरण योजनाओं के साथ 2030 तक वाटरवर्थ सबसी केबल परियोजना को भारत में लाना है।

घरेलू योगदान

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज, अडानीकॉनेक्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और भारती एयरटेल जैसी स्थानीय कंपनियां डेटा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे में निवेश कर रही हैं।
  • ऐसे प्रयासों से भारत 17% वार्षिक वृद्धि दर के साथ तेजी से विस्तार करने वाले डेटा सेंटर क्षेत्र के रूप में स्थापित हो जाएगा।

डेटा उपभोग के रुझान

भारत में डेटा उपयोग वित्त वर्ष 2017 में 8 एक्साबाइट से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में 229 एक्साबाइट हो गया, जिसका मुख्य कारण OTT प्लेटफॉर्म, डिजिटल भुगतान, सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स है।

भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां

  • भारत में दक्षिण-पूर्व एशिया की AI अवसंरचना आवश्यकताओं के अनुरूप 5 गीगावाट अतिरिक्त डेटा सेंटर क्षमता प्रदान करने की क्षमता है, जिसके लिए लगभग 150 बिलियन डॉलर के निवेश की आवश्यकता होगी।
  • वैश्विक रुझान दर्शाते हैं कि लागत दक्षता और विस्तार क्षमता के लिए AI प्रसंस्करण हेतु डेटा केंद्र दूरस्थ स्थानों पर स्थित हैं।
  • भारत में 60% नियोजित विस्तार कार्य प्रारंभिक चरण में हैं, तथा भविष्य के विकास के लिए विद्युत अवसंरचना का विस्तार अत्यंत महत्वपूर्ण है।
  • Tags :
  • India's Data Centre Industry
Subscribe for Premium Features

Quick Start

Use our Quick Start guide to learn about everything this platform can do for you.
Get Started