प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' संबोधन के मुख्य अंश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक 'मन की बात' रेडियो संबोधन में कई महत्वपूर्ण पहलों और सांस्कृतिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
'वंदे मातरम' की 150वीं वर्षगांठ
- वंदे मातरम: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित राष्ट्रीय गीत के 150 वर्ष पूरे होने का जश्न, जिसे पहली बार 1896 में रवींद्रनाथ टैगोर ने गाया था।
- स्मरणोत्सव संबंधी गतिविधियाँ: भावी पीढ़ियों के लिए गीत और उसके मूल्यों का सम्मान करने के लिए देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
पर्यावरण और सामाजिक पहल
- मैंग्रोव पुनरुद्धार: गुजरात में मैंग्रोव पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करने के प्रयास।
- गार्बेज कैफे: छत्तीसगढ़ में कचरा प्रबंधन और सामाजिक कल्याण के उद्देश्य से अभिनव कैफे।
- झील पुनरोद्धार: स्थानीय झीलों के पुनरुद्धार के लिए बेंगलुरु में पहल।
देशी कुत्तों की नस्लें
- अर्धसैनिक बल: BSF और CRPF रामपुर हाउंड्स और मुधोल हाउंड्स जैसी भारतीय कुत्तों की नस्लों को अपनी इकाइयों में शामिल कर रहे हैं।
- स्वदेशी नस्लों की उपलब्धियां: एक मुधोल हाउंड ने एक प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, तथा CRPF के एक कुत्ते ने छत्तीसगढ़ में विस्फोटकों का पता लगाया।
भारत में कॉफी की खेती
- कोरापुट, ओडिशा: कॉफी की खेती स्थानीय समुदायों को आर्थिक लाभ प्रदान कर रही है।
- भारतीय कॉफी विविधता: कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के विभिन्न क्षेत्रों की कॉफी वैश्विक लोकप्रियता प्राप्त कर रही है।
संस्कृत का सांस्कृतिक पुनरुत्थान
- सोशल मीडिया पर संस्कृत: युवा लोग संस्कृत से जुड़ने और उसे पढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं, जिससे भाषा पुनर्जीवित हो रही है।
- कंटेंट क्रिएटर यश सालुंके: क्रिकेट से संबंधित संस्कृत कंटेंट बनाने के लिए जाने जाते हैं, जो ऑनलाइन लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं।