मई 2025 में भारत के औपचारिक नौकरी बाजार में उछाल
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के पेरोल आंकड़ों के अनुसार, भारत में मई 2025 में औपचारिक नौकरी बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
रिकॉर्ड सदस्यता वृद्धि
- सदस्य की संख्या में कुल वृद्धि: अप्रैल 2025 के 1.91 मिलियन से बढ़कर मई में 2.01 मिलियन हो गई।
- महत्व: अप्रैल 2018 में डेटा ट्रैकिंग शुरू होने के बाद से यह सबसे अधिक मासिक वृद्धि है।
नए सदस्यों का नामांकन
- नये कर्मचारी: मई में 0.94 मिलियन नये कर्मचारी शामिल हुए, जो अप्रैल की तुलना में 11% की वृद्धि दर्शाता है।
- संकेतक: नई औपचारिक नौकरियों के स्पष्ट प्रमाण को दर्शाता है।
युवा और महिला भागीदारी
- युवा वर्ग: 59.5% नए सदस्य 18-25 वर्ष की आयु के हैं तथा मासिक आधार पर 14.5% की वृद्धि हुई है।
- महिला सदस्य: मई में 0.26 मिलियन नई महिला सदस्य बनीं, जो अप्रैल की तुलना में 7% अधिक है।
- महिलाओं के मामले में कुल वृद्धि: कुल 0.42 मिलियन, जो पर्याप्त मासिक और वार्षिक वृद्धि को दर्शाती है।
नौकरी की गतिशीलता और नौकरी में बने रहना
- निकास और पुनः प्रवेश: मई में 1.61 मिलियन सदस्य बाहर निकले और पुनः शामिल हुए, तथा उन्होंने निकासी के बजाय शेष राशि स्थानांतरित कर दी।
- विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि: यह EPFO के दीर्घकालिक लाभ और सेक्टर ऑर्गेनाइजेशन में बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
रीजनल और सेक्टोरल योगदान
- रीजनल योगदान: महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और हरियाणा ने कुल वृद्धि में लगभग 60% का योगदान दिया।
- सेक्टोरल अग्रणी: व्यावसायिक सेवाएं, विशेष रूप से जनशक्ति आपूर्तिकर्ता, रोजगार सृजन (नए रोजगार का 44%) में अग्रणी रहे। इसके बाद विनिर्माण और व्यापार क्षेत्र का स्थान रहा।