वित्तीय समावेशन सूचकांक (FI-सूचकांक)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्तीय समावेशन सूचकांक में सुधार की सूचना दी, जो मार्च 2024 के 64.2 से बढ़कर मार्च 2025 में 67 हो गया।
FI-इंडेक्स के घटक
- FI-सूचकांक तीन उप-सूचकांकों से बना है:
- पहुँच
- प्रयोग
- गुणवत्ता
- वित्त वर्ष 2025 में तीनों उप-सूचकांकों में वृद्धि देखी गई।
- मापदंडों के लिए भारांक:
- पहुँच: 35%
- उपयोग: 45%
- गुणवत्ता: 20%
सुधार का महत्व
- यह संवृद्धि वित्तीय समावेशन और सफल वित्तीय साक्षरता पहलों की गहनता को दर्शाती है।
- यह सूचकांक वित्तीय समावेशन को 0 से 100 तक एकल मान के रूप में दर्शाता है, जहां 0 पूर्ण बहिष्करण को दर्शाता है तथा 100 पूर्ण समावेशन को दर्शाता है।
FI-इंडेक्स की अवधारणा
- सूचकांक में बैंकिंग, निवेश, बीमा, डाक और पेंशन क्षेत्र शामिल हैं।
- गुणवत्ता मापदंड उपभोक्ता संरक्षण, वित्तीय साक्षरता और सेवा असमानताओं पर केंद्रित है।
- इसमें किसी आधार वर्ष का उपयोग नहीं किया जाता है, जिससे यह संचयी हितधारक प्रयासों को दर्शाता है।