यारलुंग ज़ंग्बो पर चीन की जलविद्युत परियोजना
चीन ने यारलुंग ज़ंग्बो नदी पर एक विशाल जलविद्युत परियोजना के निर्माण की आधिकारिक घोषणा की है। यह नदी भारत में प्रवेश करते ही ब्रह्मपुत्र बन जाती है। यह परियोजना चीन के आर्थिक उद्देश्यों और भारत के सामरिक हितों, दोनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाली है।
भारत पर प्रभाव
- अरुणाचल प्रदेश में संभावित डाउनस्ट्रीम प्रभाव के बारे में चिंताएं व्यक्त की गई हैं तथा यह आशंका व्यक्त की गई है कि यह क्षेत्र "जल बम" के प्रति संवेदनशील हो सकता है।
- अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सियांग क्षेत्र पर संभावित विनाशकारी प्रभावों, विशेषकर 'आदि' (Adi) जैसी जनजातियों पर पड़ने वाले प्रभाव पर चिंता व्यक्त की।
- ब्रह्मपुत्र का अधिकांश जल भारत के जलग्रहण क्षेत्रों से उत्पन्न होता है, लेकिन अरुणाचल प्रदेश में इसका तत्काल प्रभाव पड़ने की आशंका है।
भारत की प्रतिक्रिया
- भारत ने चीनी विकास की प्रतिक्रिया में 11.2 गीगावाट अपर सियांग बहुउद्देशीय परियोजना का प्रस्ताव रखा है।
- इस परियोजना का उद्देश्य जल प्रवाह को विनियमित करना तथा निचले इलाकों की अवसंरचनाओं की सुरक्षा करना है, लेकिन स्थानीय विरोध के कारण इसमें देरी हो रही है।
- NHPC के एक अधिकारी ने बताया कि यह परियोजना अपस्ट्रीम चीनी गतिविधियों के प्रतिकूल प्रभावों को कम कर सकती है।