ICMR की आवश्यक निदान की अपडेटेड राष्ट्रीय सूची
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया, हेपेटाइटिस B और सिफलिस सहित विभिन्न रोगों के लिए नैदानिक परीक्षण को और अधिक सुलभ बनाने हेतु आवश्यक निदानों की अपनी राष्ट्रीय सूची को अपडेट किया है। इसका उद्देश्य पूरे भारत में रोगों का शीघ्र पता लगाने और उपचार को बढ़ावा देना है।
तपेदिक (TB) नियंत्रण उपाय
- इस अपडेट में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के निचले स्तर पर TB का शीघ्र पता लगाने पर जोर दिया गया है।
- सुझाए गए कार्यों में शामिल हैं:
- लक्षणहीन व्यक्तियों की पहचान करने के लिए मॉलिक्यूलर TB परीक्षण हेतु उप स्वास्थ्य केंद्र (SHC) स्तर पर नमूने एकत्र करना।
- गैर-सक्रिय संक्रमण के मामलों में रोगाणु का पता लगाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में TB त्वचा परीक्षण आयोजित करना।
- भारत में TB पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े:
- 2015 से अब तक दर्ज मामलों में 17% की गिरावट आई है तथा मौतों में 20% की कमी आई है ।
- 85% से अधिक संक्रमितों का उपचार किया जा चुका है।
- वैश्विक TB मामलों में भारत का योगदान 27% है, जो निरंतर सतर्कता की आवश्यकता पर बल देता है।
- उप-नैदानिक TB चुनौती:
- भारत में TB के 39% मामले उप-नैदानिक हैं, जिससे इनके पता न चलने का खतरा बना रहता है।
- संक्रमण को रोकने के लिए शीघ्र हस्तक्षेप अत्यंत महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य सेवा नीति और विस्तार
- सरकार की नीति प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के विस्तार पर केंद्रित है, ताकि देशभर में 1.7 लाख से अधिक केन्द्रों के माध्यम से सेवाओं को लोगों के नजदीक लाया जा सके।
- अपडेटेड निदान सूची SHCs और PHCs को टीबी की शीघ्र पहचान और उपचार के लिए सक्षम बनाती है।
- उपचार लागत को कम करने और पोषण तक पहुंच में सुधार लाने के प्रयास चल रहे हैं।