भारत के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में प्रमुख सुधार
प्रधान मंत्री ने भारत के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा की, जिसका उद्देश्य निजी क्षेत्र को शामिल करके ऊर्जा स्वतंत्रता प्राप्त करना है।
प्रमुख घोषणाएँ
- भारत की योजना 2047 तक अपनी परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता को दस गुना से अधिक बढ़ाने की है।
- निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए परमाणु ऊर्जा अधिनियम और परमाणु क्षति के लिए नागरिक दायित्व अधिनियम में संशोधन प्रस्तावित हैं।
ऊर्जा स्वतंत्रता के लिए दृष्टिकोण
- भारत पेट्रोल, डीजल और गैस के लिए विदेशी देशों पर निर्भरता कम करना चाहता है।
- युवाओं के भविष्य और किसानों के कल्याण के लिए ऊर्जा स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है।
- ये सुधार बदलते समय और आवश्यकताओं के अनुरूप ढलने की एक सतत प्रक्रिया का हिस्सा हैं।
उपलब्धियां और पहलें
- भारत ने 2025 तक अपनी ऊर्जा का 50% स्वच्छ स्रोतों से प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित समय से पांच वर्ष पहले ही हासिल कर लिया।
- पिछले 11 वर्षों में भारत में सौर ऊर्जा क्षमता 30 गुना बढ़ गई है।
- नए बांधों और हरित हाइड्रोजन मिशन में निवेश के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।