कश्मीर का पहला गुलदाउदी उद्यान
जैसे-जैसे गर्मियों की जीवंत हरियाली फीकी पड़ रही है, शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST) घाटी के पहले गुलदाउदी उद्यान के साथ एक रंगीन परिवर्तन की तैयारी कर रहा है, जो इस शरद ऋतु में खिलने वाला है।
पर्यटन और आर्थिक प्रभाव
- गुलदाउदी उद्यान का उद्देश्य कश्मीर के लुप्त होते पर्यटन सीजन को पुनर्जीवित करना है, ठीक उसी तरह जैसे श्रीनगर के ट्यूलिप उद्यानों ने वसंत पर्यटन को बदल दिया था।
- पर्यटक कैलेंडर को सर्दियों तक बढ़ा कर, उद्यान वसंत से शरद ऋतु तक घाटी के आकर्षण को बनाए रखने का प्रयास करता है।
गुलदाउदी उद्यान और महोत्सव
- 80,000 से अधिक गुलदाउदी पौधों वाला यह उद्यान मध्य अक्टूबर से लेकर नवम्बर के अंत तक खिलेगा।
- इसकी क्षमता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों, हितधारकों और नीति निर्माताओं को शामिल करते हुए एक गुलदाउदी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
- टैगलाइन 'गुल-ए-लाला से गुल-ए-दाऊद तक' ट्यूलिप से गुलदाउदी के मौसम में परिवर्तन पर प्रकाश डालती है।
विविधता और सहयोग
- इस उद्यान में 60 से अधिक किस्में और 20 रंग हैं, जो शरद ऋतु के परिदृश्य को रोशन करने का वादा करते हैं।
- पॉलीहाउस संभवतः फूल के जीवनकाल को दिसंबर के मध्य तक बढ़ा सकते हैं।
छात्रों की भागीदारी और सामुदायिक सहभागिता
- भारत के विभिन्न भागों से स्नातकोत्तर और स्नातक छात्र संकाय की देखरेख में इस उद्यान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
- श्रीनगर नगर निगम (SMC) के सहयोग से श्रीनगर के शहर के केंद्र, विशेष रूप से लाल चौक को गुलदाउदी के फूलों से सजाने की योजना है।
गुलदाउदी: एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य
गुलदाउदी, पूर्वी एशिया और यूरोप का मूल पौधा और जापान का राष्ट्रीय फूल है। यह एक बारहमासी शाकीय पौधा है जो शरद ऋतु में खिलता है। SKUAST के बगीचे में इसके लगभग तीन मिलियन फूल खिलने की उम्मीद है।
यह पहल कश्मीर के पुष्प पर्यटन को समृद्ध करेगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि घाटी एक जीवंत गंतव्य बनी रहे तथा गुल-ए-लाला (ट्यूलिप) से गुल-ए-दाऊद (गुलदाउदी) तक खूबसूरती से परिवर्तित हो।