भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की वार्ता का अवलोकन
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता लगभग समाप्त होने वाली है, और दोनों पक्ष कथित तौर पर एक समझौते को अंतिम रूप देने के करीब हैं। चर्चाएँ मतभेदों को दूर करने और साझा आधार खोजने पर केंद्रित रही हैं, खासकर कृषि जैसे विवादास्पद मुद्दों पर।
वार्ता की वर्तमान स्थिति
- एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने संकेत दिया कि पर्याप्त प्रगति हुई है और सौदा जल्द ही अंतिम रूप ले लेगा।
- वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि भारत किसी समझौते पर पहुंचने में जल्दबाजी नहीं कर रहा है और उसका ध्यान दीर्घकालिक लाभ पर केंद्रित है।
टैरिफ विवाद
- अगस्त में अमेरिका ने कई भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाया था, जिसमें भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद के कारण लगाया गया 25% दंडात्मक टैरिफ भी शामिल था।
- भारत इन शुल्कों को कम करने के लिए बातचीत कर रहा है, जिसका लक्ष्य इन्हें अपने एशियाई प्रतिस्पर्धियों से कम करना है।
- गोयल ने नए बाजारों की खोज करने और घरेलू मांग को मजबूत करने की भारत की रणनीति पर प्रकाश डाला।
गैर-टैरिफ बाधाएं
- गैर-टैरिफ बाधाएं विवाद का विषय बनी हुई हैं, तथा अमेरिका ने इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि भारत के गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों से अमेरिकी निर्यातक प्रभावित हो रहे हैं।
- इन चर्चाओं का विवरण अभी तक उजागर नहीं किया गया है।
आगामी वार्ता और बैठकें
- वर्तमान में वार्ता वर्चुअल रूप से आयोजित की जा रही है, तथा अगली व्यक्तिगत बैठक की तारीख अभी निर्धारित नहीं की गई है।
- हाल ही में वाशिंगटन में हुई वार्ता में भारत के वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
- आसियान शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच संभावित बैठक की अटकलों को खारिज कर दिया गया क्योंकि मोदी ने पुष्टि की कि वह वर्चुअल रूप से इसमें भाग लेंगे।
भविष्य की संभावनाओं
- द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण की आधिकारिक समय सीमा 2025 निर्धारित की गई है।
 
    