कनगनहल्ली और सन्नति बौद्ध स्थल
हाल ही में, शोधकर्ताओं ने कर्नाटक के कलबुर्गी में भीमा नदी के किनारे स्थित प्राचीन बौद्ध स्थलों कनगनहल्ली और सन्नती की अप्रयुक्त पर्यटन क्षमताओं पर प्रकाश डाला।
कनगनहल्ली और सन्नति से प्राप्त पुरावशेष
- 2000 साल पुराना अशोक का शिलालेख।
- अधोलोक महाचैत्य (पाताल लोक का महान स्तूप)।
- निर्माण अवधि: तीसरी शताब्दी ई.पू. से तीसरी शताब्दी ई. तक।
- विशेषताएं: विस्तृत अलंकरण, अयक मंच, परिक्रमा पथ, आदि।
- मूर्तियां: बुद्ध, यक्ष, जातक कथाएँ, अशोक, सातवाहन सम्राटों आदि की मूर्तियां।
- ब्राह्मी लिपि में 'राय अशोक' से नक्काशी की गई अशोक की मूर्ति, मौर्य सम्राट की एकमात्र उपलब्ध प्रतिमा है।
- अमरावती कला शैली की विशेषताएं पाई गई हैं।
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- सन्नति बौद्ध स्थल
- कलबुर्गी
- अशोक का शिलालेख
- राय अशोक
रियांग जनजाति
रियांग समुदाय के सदस्यों ने अपनी भाषा कौब्रु को मान्यता देने की मांग की है। रियांग “विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह” (PVTG) है।
- ढेबर आयोग की सिफारिश के आधार पर भारत में 75 PVTGs की पहचान की गई है।
रियांग जनजाति के बारे में
- यह त्रिपुरा में इंडो-मंगोलॉयड नृजाति समूह का दूसरा सबसे बड़ा आदिवासी समुदाय है।
- कृषि/ आर्थिक गतिविधि: खानाबदोश, झूम खेती और अन्य खाद्य संग्रह गतिविधियां।
- धर्म/ आस्था: ये हिंदू हैं और इनकी बहुसंख्यक आबादी वैष्णव धर्म की अनुयायी हैं। ये पूर्वजों की आत्माओं और आत्मा के अस्तित्व में विश्वास करते हैं।
- सामाजिक: अंतर्विवाही (Endogamous) हैं, यानी अपने समुदाय के भीतर विवाह में विश्वास करते हैं।
- संस्कृति: इनकी संस्कृति का मुख्य अंग होजागिरी नृत्य है। यह नृत्य 4-6 के समूह में केवल महिलाओं द्वारा किया जाता है। नृत्य आयोजन के दौरान पुरुष सदस्य गीत गाने, ढोल बजाने जैसी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं।
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नरसापुर क्रोशिए लेस (Narasapur Crochet Lace)
आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले के नरसापुर क्रोशिए लेस को भौगोलिक संकेतक (GI) टैग दिया गया है।
नरसापुर क्रोशिए लेस के बारे में
- ये अलग-अलग रंगों में सूती धागे से तैयार किए गए लेस हैं।
- अलग-अलग आकार की पतली क्रोशिए सुइयों से बुने गए पतले धागों का उपयोग करके लेस बनाए जाते हैं।
GI टैग के बारे में
- यह किसी विशिष्ट भौगोलिक स्थान से जुड़े गुणों वाले उत्पादों को दिया गया नाम या चिह्न है।
- किसी उत्पाद को 10 वर्षों के लिए GI टैग दिया जाता है।
- भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम, 1999 के तहत GI टैग दिया जाता है।
- नोडल मंत्रालय/ विभाग: वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग।
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ब्लैक थ्रिप्स (थ्रिप्स परविस्पिनस)
कर्नाटक के बेल्लारी और आंध्र प्रदेश के रायलसीमा के कुछ हिस्सों में मिर्च की फसल में ब्लैक थ्रिप्स के संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
- यह ब्लैक थ्रिप्स पेस्ट इस क्षेत्र की स्थानिक (एंडेमिक) बीमारी हो गई है।
ब्लैक थ्रिप्स के बारे में
- यह फसल को चूसने वाला एक आक्रामक पेस्ट है। यह मिर्च के कोमल फूलों को खा जाता है, फूलों को कमजोर करके गिरा देता है और मिर्च की फसल के फल के गिरने का कारण बनता है। इससे उपज में कमी आती है।
- वयस्क और लार्वा ब्लैक थ्रिप्स, दोनों ही पौधे के रस को चूसकर और उसे कुतरकर नुकसान पहुंचाते हैं।
संक्रमण रोकने के उपाय
- मिर्च की फसलों के साथ अगाथी/ मक्का/ ज्वार की फसल उगानी चाहिए।
- फसलों के ऊपर नीम के तेल का छिड़काव करना चाहिए।
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पैन (परमानेंट अकाउंट नंबर) 2.0
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने आयकर (IT) विभाग की पैन 2.0 (PAN 2.0) परियोजना को मंजूरी दी।
पैन 2.0 परियोजना के बारे में
- यह ई-गवर्नेंस पहल है। इसका उद्देश्य प्रौद्योगिकी आधारित बदलाव के माध्यम से करदाता पंजीकरण सेवाओं की व्यावसायिक प्रक्रियाओं को फिर से तैयार करना है।
- यह वर्तमान पैन/ टैन 1.0 प्रणालियों का अपग्रेड है।
- PAN दस अंकों का विशिष्ट अल्फ़ान्यूमेरिक नंबर है। इसे आयकर विभाग जारी करता है। इसे धारक के लेन-देन (कर भुगतान, आदि) को आयकर विभाग के साथ लिंक करने के लिए जारी किया जाता है।
- मुख्य लाभ: यह सभी निर्धारित सरकारी एजेंसियों की सभी डिजिटल प्रणालियों के लिए कॉमन पहचान, डेटा स्थिरता, सचाई जानने का एकल स्रोत, आदि के रूप में कार्य करेगा।
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Articles Sources
संविधान दिवस 2024
26 नवंबर, 2024 को 75वां संविधान दिवस मनाया गया। यह दिवस भारतीय संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
- भारत के संविधान को 26 नवंबर, 1949 को अपनाया गया था।
- भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को पूर्ण रूप से लागू हुआ था।
संविधान दिवस के बारे में
- संविधान दिवस मनाने की शुरुआत 2015 में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 125वीं जयंती वर्ष के अवसर पर हुई थी।
- डॉ. अंबेडकर को ‘भारतीय संविधान का जनक’ माना जाता है। वे संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे।
“भारत के संविधान” के बारे में
- यह विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
- इसे मुद्रित या टाइप नहीं किया गया है। इसे प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने अंग्रेजी में और वसंत कृष्ण वैद्य ने हिंदी में अपने हाथों से लिखा है।
- इसके पृष्ठों को शांतिनिकेतन के कलाकारों ने नंदलाल बोस के निर्देशन में कलात्मक रूप से सजाया था।
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- संविधान दिवस
- 26 नवंबर
भुला दिए जाने का अधिकार (Right to be forgotten)
दिल्ली हाई कोर्ट ने सर्च इंजनों पर दंपतियों का नाम छुपाने का आदेश दिया।
भुला दिए जाने के अधिकार के बारे में
- भुला दिए जाने के अधिकार को किसी के डिजिटल फुटप्रिंट को (इंटरनेट सर्च आदि से) हटाने के अधिकार के रूप में वर्णित किया गया है। ऐसा तब आवश्यक हो जाता है, जब यह किसी के निजता के अधिकार का उल्लंघन करता है।
- इसे निजता के अधिकार का एक हिस्सा माना जाता है, जो संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत एक मौलिक अधिकार है।
- हालांकि, वर्तमान में ऐसा कोई वैधानिक फ्रेमवर्क नहीं है, जो भुला दिए जाने के अधिकार को निर्धारित करता हो।
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- Right to be forgotten
- भुला दिए जाने का अधिकार
- डिजिटल फुटप्रिंट
- अनुच्छेद 21
- निजता के अधिकार
HIV (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस)
द लांसेट HIV जर्नल के अनुसार, वैश्विक स्तर पर नए HIV संक्रमण में 22% और HIV से संबंधित मौतों में 40% की गिरावट आई है।
HIV वायरस के बारे में
- HIV मुख्य रूप से मानव शरीर की CD4 प्रतिरक्षा कोशिकाओं पर हमला करता है। इससे व्यक्ति के शरीर की कुछ संक्रमणों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।
- यदि उचित इलाज न किया जाए तो HIV एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनोडिफीसिअन्सी सिंड्रोम) रोग का कारण बन सकता है।
HIV की भारत द्वारा की गई पहल:
- राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (NACP) चरण-V: इसका उद्देश्य 2010 के आधारभूत वर्ष की तुलना में 2025-26 तक वार्षिक नए HIV संक्रमणों और एड्स से संबंधित मृत्यु दर में 80% तक कमी लाना है।
- HIV और एड्स (रोकथाम एवं नियंत्रण) अधिनियम, 2017 लागू किया गया है।
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- HIV
- ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस
- द लांसेट HIV जर्नल
- NACP