यह वन हेल्थ एप्रोच के माध्यम से AMR से निपटने के लिए वैश्विक कार्रवाई हेतु एक व्यापक फ्रेमवर्क है।
- इन प्रतिबद्धताओं का उद्देश्य AMR पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की उच्च-स्तरीय बैठक के राजनीतिक घोषणा-पत्र को व्यावहारिक कार्रवाइयों में परिवर्तित करना है।
- AMR तब होता है, जब बैक्टीरिया, वायरस और अन्य सूक्ष्मजीव उन दवाओं के प्रभाव से बचने की क्षमता विकसित कर लेते हैं, जो उन्हें नष्ट करने के लिए बनाई गई हैं।
जेद्दाह प्रतिबद्धताओं की मुख्य विशेषताएं
- ये कानूनी रूप से गैर-बाध्यकारी प्रकृति की हैं।
- वन हेल्थ AMR लर्निंग हब: AMR पर बहुक्षेत्रीय राष्ट्रीय कार्य योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और क्षमता निर्माण करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- वन हेल्थ अप्रोच एक इंटीग्रेटेड व यूनिफाइड दृष्टिकोण है। इसका उद्देश्य लोगों, जंतुओं और पारिस्थितिकी-तंत्र के स्वास्थ्य को स्थायी रूप से संतुलित और अनुकूलित करना है।
- 2025 तक AMR के खिलाफ कार्रवाई पर साक्ष्य हेतु स्वतंत्र पैनल: इसे वर्तमान में जारी प्रयासों के दोहराव से बचने के लिए डिज़ाइन किया जाएगा।
- राष्ट्रीय AMR समन्वय तंत्र: यह राष्ट्रीय कार्य योजनाओं (NAP) के सतत वित्त-पोषण और निगरानी को लागू एवं सुनिश्चित करेगा।
- ये GLASS AMR/ AMC, ANIMUSE और INFARM जैसे प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से वैश्विक डेटा साझाकरण को बढ़ावा देंगी।
- कोडेक्स एलीमेंटेरियस आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करना: रोगाणुरोधी दवाओं का विवेकपूर्ण और जिम्मेदारीपूर्ण उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
- चतुर्पक्षीय संगठनों (FAO, WHO, WOAH और UNEP) का समर्थन करती हैं: यह समर्थन AMR पर UNGA राजनीतिक घोषणा-पत्र के 2030 लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किया जाएगा।
AMR से निपटने के लिए शुरू की गई पहलेंवैश्विक पहलें:
भारतीय पहलें:
|