टोमैटो ग्रैंड चैलेंज का उद्देश्य टमाटर की आपूर्ति श्रृंखला में स्थिरता के लिए नवीन व सार्थक समाधान सुनिश्चित करना है।
- इसे शिक्षा मंत्रालय (नवाचार प्रकोष्ठ) के सहयोग से उपभोक्ता कार्य विभाग ने 2023 में आरंभ किया था।
- ज्ञातव्य है कि टमाटर के साथ-साथ प्याज और आलू को सामूहिक रूप से TOPs कहा जाता है। कृषि आधारित सभी उपजों में से TOPs की कीमतों में सबसे अधिक उतार-चढ़ाव होता है।
TOPs के बारे में
- भारत में TOPs की खेती, उत्पादन और उपभोग सबसे अधिक मात्रा में होता है।
- उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) की सब्जियों वाली श्रेणी में TOPs का हिस्सा एक-तिहाई से अधिक है।
TOPs की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव से जुड़े मुद्दे
- मौसमी उत्पादन: फसल के कम उत्पादन वाले मौसम में आपूर्ति की कमी के कारण कीमतें बढ़ जाती हैं, जबकि अत्यधिक पैदावार होने पर कीमतें गिर जाती हैं।
- प्राकृतिक कारक: मौसम की अनियमितता और कीटों के हमले मूल्य संबंधी अस्थिरता को बढ़ाते हैं।
- भंडारण की कमी: CII की एक रिपोर्ट के अनुसार, भंडारण सुविधाओं का अधिकांश हिस्सा निजी क्षेत्रक के पास है और ये मुख्य रूप से कुछ राज्यों, जैसे कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल और गुजरात में केंद्रित हैं। इसके अलावा, इन सुविधाओं की संख्या भी अपर्याप्त है।
- असंगठित बाजार: TOPs के लिए दुग्ध सहकारी समितियों जैसे मजबूत नेटवर्क की कमी है, जो उत्पादकों को उपभोक्ताओं से सीधे जोड़ सकें।
- ऑपरेशन ग्रीन्स के कार्यान्वयन में समस्याएं: TOPs की विविध किस्मों और उनके उगने की अलग-अलग स्थितियों के कारण प्रभावी मार्केटिंग रणनीतियां बनाना मुश्किल हो जाता है।
TOPs के मूल्यों में स्थिरता के लिए शुरू की गई पहलें
|