यह रिपोर्ट विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने जारी की है। यह रिपोर्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संबंधी व्यापार को सुविधाजनक बनाने में WTO की महत्वपूर्ण भूमिका का विश्लेषण करती है। इसके अलावा, यह रिपोर्ट AI के कारण उभरने वाले प्रमुख व्यापार-संबंधी नीतिगत सरोकारों, तथा वैश्विक व्यापार के साथ इसके अभिसरण की जांच करती है।
व्यापार पर AI के प्रभाव
- विखंडित विनियम: अलग-अलग देशों में AI विनियमन के तरीकों में अंतर MSMEs के लिए व्यापार के अवसरों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
- उद्योग का संकेंद्रण: बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और कंपनियों में AI प्रौद्योगिकी के विकास व नियंत्रण का संकेंद्रण महत्वपूर्ण व्यापार विभाजन पैदा करता है।
- डेटा गवर्नेंस संबंधी चुनौतियां: सीमा-पार डेटा प्रवाह पर प्रतिबंध से कंपनियों की लागत बढ़ सकती है और व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
व्यापार में AI से अवसर
- सीमा शुल्क समाशोधन प्रक्रियाओं, सीमा नियंत्रण और जोखिमों के पूर्वानुमान को स्वचालित एवं सुव्यवस्थित करके व्यापार लागत में कमी लाई जा सकती है।
- सार्वभौमिक AI अपनाने और उच्च उत्पादकता वृद्धि से 2040 तक वैश्विक वास्तविक व्यापार संवृद्धि में 14% की वृद्धि की जा सकती है।
- AI सेवाओं में व्यापार के पैटर्न में बदलाव ला सकता है। ऐसी सेवाओं में विशेष रूप से डिजिटल रूप से वितरित सेवाएं और मैन्युअल प्रक्रियाओं पर निर्भर सेवाएं शामिल हैं।
AI पर व्यापार का प्रभाव
- बढ़ती लागत: सूचना प्रौद्योगिकी उपकरणों पर प्रशुल्क, आवश्यक AI हार्डवेयर तक पहुंच और लागत को प्रभावित करते हैं।
- सीमा-पार प्रतिबंध: विशेषज्ञों और डेटा दोनों की आवाजाही पर प्रतिबंध AI नवाचार एवं विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
- संधि प्रावधान: क्षेत्रीय व्यापार समझौतों में शामिल व्यक्तिगत जानकारी और गोपनीयता से संबंधित प्रावधानों का AI में डेटा उपयोग पर प्रभाव पड़ता है।
AI और व्यापार के अभिसरण के लिए WTO की भूमिका
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