इस नीति का उद्देश्य राष्ट्रीय डिजिटल संचार नीति, 2018 में हुई प्रगति को आगे बढ़ाना है।
- इस नीति के जरिए 5G/ 6G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), क्वांटम कम्युनिकेशंस, सैटेलाइट नेटवर्क और ब्लॉकचेन जैसी उन्नत तकनीकों से उत्पन्न होने वाली नई चुनौतियों का समाधान पेश किया गया है।
- यह नीति "भारत-एक दूरसंचार उत्पाद राष्ट्र" के दृष्टिकोण के तहत भारत को दूरसंचार प्रौद्योगिकी के लिए "पसंदीदा राष्ट्र" के रूप में स्थापित करने का प्रयास करती है।
NTP-2025 के बारे में
- विज़न: सार्वभौमिक और सार्थक कनेक्टिविटी सुनिश्चित करके तथा सुरक्षित व संधारणीय दूरसंचार नेटवर्क्स का निर्माण करके भारत को एक डिजिटल रूप से सशक्त अर्थव्यवस्था में बदलना।
- मिशन: इसमें छह रणनीतिक मिशनों की रूपरेखा दी गई है:
- सार्वभौमिक और सार्थक कनेक्टिविटी: दूरसंचार नेटवर्क का विस्तार करना, सेवा की गुणवत्ता में सुधार करना तथा समावेशी डिजिटल भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करना।
- नवाचार: अनुसंधान, स्टार्ट-अप्स और उद्योग-शैक्षिक जगत-सरकार के बीच संबंधों को मजबूत करना।
- घरेलू विनिर्माण: कुशल कार्यबल, निवेश और डिजाइन-आधारित विनिर्माण के माध्यम से आर्थिक संवृद्धि को बढ़ावा देना।
- सुरक्षित एवं विश्वसनीय दूरसंचार नेटवर्क: सुरक्षा बढ़ाना, साइबर हाइजीन को बढ़ावा देना और एक लचीला व भरोसेमंद दूरसंचार इकोसिस्टम का निर्माण करना।
- ईज़ ऑफ लिविंग और ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस: दूरसंचार सेवाओं तक पहुंच को सुगम बनाना, डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देना और व्यापार के अनुकूल माहौल बनाना।
- संधारणीय दूरसंचार: दूरसंचार के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए हरित प्रौद्योगिकियों, चक्रीय अर्थव्यवस्था और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना।
लक्ष्य और उद्देश्य
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