कोयला मंत्रालय ने वित्तीय प्रोत्साहन योजना (FIS) की श्रेणी-II के अंतर्गत चयनित आवेदकों की घोषणा की | Current Affairs | Vision IAS
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कोयला मंत्रालय ने वित्तीय प्रोत्साहन योजना (FIS) की श्रेणी-II के अंतर्गत चयनित आवेदकों की घोषणा की

Posted 06 Feb 2025

11 min read

इस योजना का उद्देश्य कोयला गैसीकरण में तेजी लाना और राष्ट्रीय कोयला गैसीकरण मिशन को आगे बढ़ाना है।

वित्तीय प्रोत्साहन योजना (FIS) के बारे में

  • शुरुआत: इसे 2024 में शुरू किया गया था। 
  • परिव्यय: 8,500 करोड़ रुपये।
  • कार्यान्वयन: कोयला मंत्रालय।
  • उद्देश्य: कोयला गैसीकरण परियोजनाओं को शुरू करने के लिए निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रकों को प्रोत्साहित करना।
  • श्रेणियां: इस योजना के तहत तीन श्रेणियां हैं। श्रेणी I और III के तहत चयनित आवेदकों की घोषणा पहले की जा चुकी है।

कोयला गैसीकरण (Coal Gasification) के बारे में

  • अर्थ: यह एक तकनीकी प्रक्रिया है, जो कोयले जैसे किसी भी कार्बनयुक्त कच्चे माल को ईंधन गैस या सिंथेसिस गैस (सिनगैस) में परिवर्तित करती है।
    • सिनगैस, सिंथेटिक प्राकृतिक गैस के उत्पादन में एक मध्यवर्ती उत्पाद है। यह मुख्य रूप से कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) और हाइड्रोजन (H2) से बनी होती है।
  • प्रक्रिया: यह प्रक्रिया गैसीफायर (उच्च तापमान/ दबाव युक्त पात्र) में संपन्न होती है। यहां ऑक्सीजन और भाप कोयले के सीधे संपर्क में आकर सिनगैस उत्पन्न करती हैं।

कोयला गैसीकरण का महत्त्व

  • ऊर्जा का स्वच्छ रूप: कोयले को गैसीय ईंधन में परिवर्तित किया जाता है। इस ईंधन का प्रबंधन आसान है और यह ऊर्जा का अधिक स्वच्छ रूप है।
  • रासायनिक और पेट्रोकेमिकल उद्योग में उपयोग: इसका उपयोग मेथनॉल, इथेनॉल, ओलेफिन आदि के निर्माण में किया जाता है।
  • सिंथेटिक गैस का उपयोग: इसके कई उपयोग हैं, जैसे- अमोनिया और हाइड्रोजन का उत्पादन, प्राकृतिक गैस का विकल्प, इस्पात उद्योग में रिडक्शन गैस (Reduction gas) के रूप में, विद्युत उत्पादन में, आदि।
  • भारत के लिए महत्त्व: भारत में मौजूद प्रचुर कोयला भंडार का उपयोग करना, तेल और गैस की जरूरतों के लिए आयात पर निर्भरता कम करना, आदि।
    • राष्ट्रीय कोयला सूची, 2023 के अनुसार देश में 378.21 बिलियन टन कोयला भंडार है। 

राष्ट्रीय कोयला गैसीकरण मिशन के बारे में

  • लक्ष्य: 2030 तक 100 मिलियन टन (MT) कोयला गैसीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करना।
  • कार्यान्वयन: इस मिशन का कार्यान्वयन निम्नलिखित तीन चरणों में किया जाएगा-
    • चरण I- पायलट परियोजनाओं की स्थापना, 
    • चरण II- कोल इंडिया लिमिटेड के माध्यम से गैसीकरण प्रयासों को बढ़ाना, तथा 
    • चरण III- चरण II में प्रौद्योगिकी उन्नयन के बाद 90MT कोयले का गैसीकरण करना।
  • Tags :
  • वित्तीय प्रोत्साहन योजना
  • कोयला गैसीकरण मिशन
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