ऑस्ट्रेलिया का यह महत्वाकांक्षी रोडमैप भारत के साथ अपने व्यापार और निवेश संबंधों को और अधिक गहरा करने तथा उन्हें विविध बनाने पर केंद्रित है। इस रोडमैप में “विकास के चार अहम मार्गों” की पहचान की गई है - स्वच्छ ऊर्जा, शिक्षा व कौशल, कृषि व्यवसाय तथा पर्यटन।
आर्थिक सहयोग के लिए जारी रोडमैप के मुख्य बिंदुओं पर एक नज़र:
- विशेष अवसरों की पहचान: इस रोडमैप में भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को प्रोत्साहित करने के लिए रक्षा उद्योग, खेल, संस्कृति, अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 50 विशेष अवसरों को चिन्हित किया गया है।
- ‘ऑस्ट्रेलिया-भारत व्यापार और निवेश प्रोत्साहन निधि’: इससे ऑस्ट्रेलियाई व्यवसायों को भारत में नए वाणिज्यिक अवसर प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
- ऑस्ट्रेलिया-इंडिया बिजनेस एक्सचेंज (AIBX): यह दोनों देशों के बीच व्यापारिक यानी बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) भागीदारी में तेजी लाएगा।
- ऑस्ट्रेलिया-भारत CEO फोरम का नवीनीकरण: इसका प्रमुख उद्देश्य वाणिज्यिक सहयोग को गति देने के लिए एक प्रभावी बिजनेस-टू-बिजनेस मंच प्रदान करना है।
- मैत्री अनुदान कार्यक्रम: आस्ट्रेलिया ने दोनों देशों के बीच जन संपर्क, व्यवसायों के बीच आपसी संबंधों और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए मैत्री अनुदान कार्यक्रम में निवेश बढ़ाने की घोषणा की है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विकसित होते संबंध
- व्यापार: आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (ECTA) 2021 ने ऑस्ट्रेलिया के साथ मुक्त व्यापार को प्रोत्साहित किया है। इस समझौते का उद्देश्य 2035 तक भारत को ऑस्ट्रेलिया के तीन अग्रणी निर्यात बाजारों में शामिल करना है।
- परमाणु सहयोग: 2014 में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने असैन्य परमाणु सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- रणनीतिक साझेदारी: ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने अपनी नेशनल डिफेंस स्ट्रैटेजी (NDS) 2024 में भारत को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में “शीर्ष स्तरीय सुरक्षा साझेदार” के रूप में मान्यता प्रदान की है।
- रक्षा सहयोग: म्यूचुअल लॉजिस्टिक्स सपोर्ट एग्रीमेंट तथा रक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कार्यान्वयन व्यवस्था पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
- दोनों देशों के बीच आयोजित होने वाले प्रमुख संयुक्त सैन्य अभ्यास हैं- ऑस्ट्राहिंद (AUSTRAHIND), ऑसिन्डेक्स (AUSINDEX) और पिच ब्लैक।