सर्विलांस प्राइसिंग (निगरानी आधारित मूल्य निर्धारण)
निगरानी आधारित मूल्य निर्धारण को लेकर न्यूयॉर्क स्टेट पर नेशनल रिटेल फेडरेशन ने मुकदमा दायर किया।
सर्विलांस प्राइसिंग (पर्सनलाइज्ड या डायनामिक प्राइसिंग) के बारे में:
- यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कंपनियां या ऑनलाइन रिटेलर किसी व्यक्ति के बारे में एकत्रित किए गए डेटा का उपयोग कर उत्पादों या सेवाओं की कीमतों को बदलते हैं।
- इस डेटा में ब्राउज़िंग हिस्ट्री, स्थान, खरीदारी इतिहास और बहुत कुछ शामिल हो सकता है।
- Tags :
- सर्विलांस प्राइसिंग
- डायनामिक प्राइसिंग
रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC)
रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने लगभग 1.05 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी।
रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) के बारे में:
- यह सामरिक रक्षा खरीद की योजना निर्माण और निगरानी के लिए सर्वोच्च संस्था है। यह भारत के रक्षा प्रतिष्ठानों के बीच समन्वित तरीके से निर्णय लेने को सुनिश्चित करता है।
- अध्यक्ष: केंद्रीय रक्षा मंत्री।
- मुख्य कार्य:
- दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य योजना (Long Term Perspective Plan) के तहत पूंजीगत खरीद को ‘सैद्धांतिक मंजूरी’ देना।
- प्रमुख परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी करना।
- खरीद प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (Acceptance of Necessity) प्रदान करना।
- Tags :
- रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC)
- रक्षा अधिग्रहण
ग्लोबल पीस इंडेक्स, 2025
इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) द्वारा ग्लोबल पीस इंडेक्स (GPI) का 19वां संस्करण जारी किया गया।
ग्लोबल पीस इंडेक्स (GPI) के बारे में:
- इसमें 163 देशों को शामिल किया गया है।
- यह 3 क्षेत्रों में 23 गुणात्मक और मात्रात्मक संकेतकों के आधार पर मूल्यांकन करता है। ये तीन क्षेत्र निम्नलिखित हैं-
- समाज में सुरक्षा और संरक्षा का स्तर;
- देश और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे संघर्षों की स्थिति; तथा
- सैन्यीकरण की मात्रा।
- रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर:
- दुनिया में शांति का औसत स्तर पहले से और ज्यादा खराब हुआ है।
- दक्षिण एशिया, दुनिया का दूसरा सबसे अशांत क्षेत्र रहा और इसमें सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है।
- रैंकिंग:
- आइसलैंड पहले स्थान पर है।
- भारत को 115वां स्थान मिला है।
- रूस (163वां स्थान) सबसे कम शांतिपूर्ण देश है।
- Tags :
- ग्लोबल पीस इंडेक्स (GPI)
- इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP)
ब्लू नील नदी

इथियोपिया का ग्रैंड इथियोपियन रेनेसां डैम (GERD) अब बनकर तैयार हो गया है। यह डैम ब्लू नील नदी पर बना है।
- इसे अफ्रीका की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना माना जा रहा है।
ब्लू नील नदी के बारे में:
- यह नील नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है।
- उत्पत्ति: इथियोपिया की टाना झील से होती है।
- प्रवाह मार्ग: यह सूडान में बहती है और वहां व्हाइट नील से मिलकर खार्तूम (Khartoum) में नील नदी बनाती है।
- कवर किए गए देश: इथियोपिया और सूडान।
- Tags :
- GERD
- ब्लू नील नदी
- नील नदी
ध्रुवीय प्रतिचक्रवात (Polar Anticyclone)
हाल ही में ध्रुवीय प्रतिचक्रवात के कारण चिली और अर्जेंटीना को ध्रुवीय क्षेत्रों के बाहर पृथ्वी के सबसे ठंडे स्थानों में गिना गया।
ध्रुवीय प्रतिचक्रवात के बारे में:
- यह एक प्रकार का पवन तंत्र है, जिसमें वातावरण में उच्च दबाव का क्षेत्र बनता है।
- यह तब बनता है जब सतह के पास की हवा बहुत ठंडी हो जाती है।
- सतह के पास ठंडी हवा सघन हो जाती है और नीचे की ओर आने लगती है। जब हवा नीचे बैठती है, तो यह सतह पर दबाव बढ़ाती है, जिससे उच्च वायुमंडलीय दबाव का क्षेत्र बनता है।
- इस प्रक्रिया से सतह के ऊपर हवा का द्रव्यमान बढ़ जाता है, जिससे प्रतिचक्रवात (उच्च दबाव क्षेत्र) बनता है।
- ध्रुवीय प्रतिचक्रवात एक ऐसा क्षेत्र होता है, जहां चारों ओर कम दबाव होता है और हवा केंद्र से बाहर की ओर बहती है।
- उत्तरी गोलार्ध में, हवा बाहर की ओर तथा दक्षिणावर्त (Clockwise) बहती है।
- दक्षिणी गोलार्ध में, हवा बाहर की ओर तथा वामावर्त (Anti-clockwise) बहती है।
- Tags :
- चिली
- प्रतिचक्रवात
- अर्जेंटीना
Articles Sources
करियाचल्ली द्वीप
निर्जन करियाचल्ली द्वीप पिछले कुछ दशकों में तीव्र अपरदन और बढ़ते समुद्री जल स्तर के कारण काफी हद तक डूब गया है।
करियाचल्ली द्वीप के बारे में:
- स्थान: यह तमिलनाडु में रामेश्वरम और तूतूकुड़ी के बीच मन्नार की खाड़ी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में स्थित है।
- इसके संरक्षण के लिए तमिलनाडु सस्टेनेबली हार्नेसिंग ओशन रिसोर्सेज (TNSHORE) परियोजना चलाई जा रही है। इसके तहत इस द्वीप के आसपास कृत्रिम संरचनाओं के माध्यम से प्राकृतिक चट्टानों (reefs) को फिर से बहाल करने, समुद्री घास के बेड लगाने और समुद्री जीवन को पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
- Tags :
- करियाचल्ली द्वीप
- मन्नार की खाड़ी
अपाचे AH-64E हेलीकॉप्टर
हालिया खबरों के अनुसार, अपाचे AH-64E लड़ाकू हेलीकॉप्टर जल्द ही भारत को मिलने वाले हैं।
अपाचे AH-64E के बारे में
- यह दुनिया के सबसे उन्नत और घातक बहु-भूमिका वाले अटैक हेलिकॉप्टरों में से एक है।
- यह पूरी तरह से एकीकृत हथियार प्रणाली से लैस होता है, जिसमें हेलफायर मिसाइलें, रॉकेट, चेन गन आदि शामिल हैं।
- यह हेलीकॉप्टर उन्नत सेंसर्स, रडार और नाइट विज़न क्षमताओं से सुसज्जित है।
- Tags :
- अपाचे AH-64E हेलीकॉप्टर
कश्मीरी पश्मीना शॉल
भारत के प्रधान मंत्री ने अपनी घाना यात्रा के दौरान, देश के शीर्ष नेताओं को कुछ हाथ से बनी कलाकृतियां जैसे- कश्मीरी पश्मीना शॉल भेंट की।
कश्मीरी पश्मीना शॉल
- यह चांगथांगी बकरी के मुलायम ऊन से बुनी जाती है।
- यह अपनी कोमलता और गर्माहट के लिए मशहूर है।
अन्य हस्तशिल्प
- बिदरीवेयर फूलदान (बीदर, कर्नाटक): इन फूलदानों का आधार जस्ते-तांबे की मिश्रधातु से बना होता है, जिस पर काले रंग की पॉलिश की जाती है और चाँदी की महीन नक्काशी होती है।
- इन पर फूलों के डिजाइन होते हैं, जो सुंदरता, समृद्धि एवं सद्भाव का प्रतीक हैं।
- चाँदी का तारकशी पर्स (कटक, ओडिशा): यह अपनी तारकशी कलाकृति के लिए विख्यात है।
- इस पर्स पर फूलों और बेलों के डिजाइन होते हैं, जिन्हें आधुनिक शैली के साथ मिश्रित किया जाता है।
- मिनिएचर अंबावारी हाथी (पश्चिम बंगाल): यह पॉलिश किए गए कृत्रिम हाथी-दांत से बना होता है, जो प्राकृतिक हाथी-दांत का नैतिक विकल्प है।
नोट: मिनिएचर अंबावारी हाथी को छोड़कर, उपर्युक्त सभी हस्तकलाओं को भौगोलिक संकेतक (GI) टैग मिला हुआ है।
- Tags :
- कश्मीरी पश्मीना शॉल
- बिदरीवेयर फूलदान
- चाँदी का तारकशी पर्स
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC)
हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने भारत के ओलंपिक संघ को लेकर दो बड़ी चिंताएं प्रकट की हैं:
- भारतीय ओलंपिक संघ में गवर्नेंस का संकट; तथा
- भारत में डोपिंग के मामलों में बढ़ोतरी।
- ये चिंताएं ऐसे समय में आई हैं जब भारत 2036 के ओलंपिक की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के बारे में
- उत्पत्ति: इसकी स्थापना 1894 में गई थी।
- प्रकार: यह एक स्वतंत्र और गैर-लाभकारी अंतर्राष्ट्रीय संस्था है।
- भूमिका: यह ओलंपिक खेलों की संरक्षक है।
- यह खेलों में नैतिकता और गुड गवर्नेंस को बढ़ावा देने का कार्य भी करती है।
- सदस्य: IOC के सदस्य अपने-अपने देशों में IOC के प्रतिनिधि होते हैं, न कि IOC में देशों के प्रतिनिधि।
- वित्त-पोषण: यह संस्था पूरी तरह निजी स्रोतों से वित्त-पोषित होती है।
- मुख्यालय: लॉज़ैन (स्विट्जरलैंड) में है।
- Tags :
- अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC)
- ओलंपिक